MEA On China-Pakistan: विदेश मंत्रालय ने सोमवार (13 मार्च) को अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी कर पाकिस्तान और चीन दोनों की कड़ी आलोचना की. विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया कि भारत को बदनाम करने के लिए पाकिस्तान (Pakistan) दुष्प्रचार कर रहा है. मंत्रालय ने रिपोर्ट में कहा कि चीन (China) के साथ भारत के संबंध ‘जटिल’ हैं. अप्रैल-मई 2020 में पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर एकतरफा ढंग से यथास्थिति बदलने के चीनी प्रयास के कारण सीमावर्ती क्षेत्रों में अमन और शांति को गंभीर रूप से क्षति पहुंची. 


रिपोर्ट में कहा गया है कि इन प्रयासों का भारतीय सशस्त्र बलों से उपयुक्त प्रतिक्रिया मिली. विदेश मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट 2022 में कहा गया है कि दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि सीमा से जुड़े विषयों का अंतिम समाधान होने तक द्विपक्षीय संबंधों के सम्पूर्ण विकास का आवश्यक आधार सीमा क्षेत्रों में अमन एवं शांति बनाये रखना होगा. 


विदेश मंत्रालय ने चीन पर क्या कहा?


विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर मुद्दों का समाधान शांतिपूर्ण बातचीत के जरिये करने पर सहमति व्यक्त की है और संघर्ष के सभी बिन्दुओं से पूरी तरह से पीछे हटने और भारत-चीन सीमा पर जल्द शांति कायम करने के लिए चीनी पक्ष के साथ बातचीत जारी है. हालांकि यथास्थिति बदलने के चीन के एकतरफा प्रयास जारी रखने से इसके पश्चात द्विपक्षीय संबंध प्रभावित हुए हैं. 


"कुछ लंबित मुद्दे अभी भी हैं"


इसमें कहा गया कि दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर मुद्दों के समाधान की दिशा में कुछ प्रगति की है. फरवरी 2021 में पैंगोंग सो में और अगस्त 2021 में गोगरा क्षेत्र में पीछे हटने के कदम उठाये गए हालांकि कुछ लंबित मुद्दे अभी भी हैं और इनका समाधान निकालने की जरूरत है. मंत्रालय ने कहा कि भारत ने शेष मुद्दों के समाधान के लिए चीन के साथ राजनयिक और सैन्य माध्यमों से सम्पर्क बनाये रखने की बात कही है ताकि सीमावर्ती क्षेत्रों में जल्द अमन व शांति बहाल की जा सके. 


पाकिस्तान को लेकर क्या कहा?


पाकिस्तान की तीखी आलोचना करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि पड़ोसी देश भारत को बदनाम करने और अपनी घरेलू राजनीतिक और आर्थिक विफलताओं से ध्यान हटाने के लिए शत्रुतापूर्ण और मनगढ़ंत प्रचार में लगा हुआ है. मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान-प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है. पाकिस्तान ने 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों के पीड़ितों के परिवारों को न्याय दिलाने में अभी तक गंभीरता नहीं दिखाई है. 


"पड़ोसी से चाहते हैं सामान्य संबंध"


विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंधों की इच्छा रखता है और हमारी निरंतर स्थिति यह रही है कि आतंकवाद और हिंसा से मुक्त वातावरण में मुद्दों को द्विपक्षीय और शांतिपूर्ण तरीके से हल किया जाना चाहिए. साथ ही कहा कि इस तरह के अनुकूल माहौल बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है.


कश्मीर पर पाक बयानबाजी का किया जिक्र


विदेश मंत्रालय ने कश्मीर पर बार-बार दिए गए बयानों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत ने पूरी तरह से पाकिस्तान के सभी बयानों को खारिज कर दिया है. जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इससे जुड़े मामले देश के आंतरिक हैं. इसमें कहा गया कि भारत लगातार द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मंचों पर पाकिस्तान समर्थित सीमा पार आतंकवाद और घुसपैठ को मुद्दा उठाता है. इस तरह के मामलों में पकड़े गए आतंकवादियों के पाकिस्तानी मूल के बारे में विश्वसनीय जानकारी भी साझा की जाती है.


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