MEA On Canada: भारत सरकार ने गुरुवार (25 जुलाई) को कहा कि कनाडा को लेकर उसका मेन मुद्दा उस देश में सक्रिय भारत विरोधी तत्वों को दी गई जगह को लेकर है, जिन्होंने बार-बार भारतीय नेताओं को धमकाया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह कनाडा से भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने की उम्मीद करता है. इसके साथ ही विदेश मंत्रालय ने कनाडा पर दोहरे मानदंड अपनाने का भी आरोप लगाया.


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि भारत को उम्मीद है कि कनाडा अलगाववादियों और भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करेगा. जिन्होंने बार-बार भारतीय नेताओं, संस्थानों, एयरलाइंस और राजनयिकों को हिंसा की धमकी दी है. विदेश मंत्रालय की यह प्रतिक्रिया कनाडा के कानून प्रवर्तन द्वारा हाल ही में कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो को सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर जान से मारने की धमकी देने के संबंध में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किए जाने के बाद आई है.


भारत ने ट्रूडो सरकार पर 'कार्रवाई न करने' का आरोप लगाया


इस दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि हम चाहते हैं कि हमारे सामने आने वाले खतरों पर भी कड़ी कार्रवाई हो और उसी स्तर का एक्शन लिया जाए. उन्होंने आगे कहा कि जब कोई देश कानून और स्वतंत्रता के शासन को लागू करने के लिए अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करता है, तो इससे "उसका दोहरा मापदंड सामने आता है.


जानें क्या है मामला?


6 जून (2024) को अल्बर्टा के कैलगरी के रहने वाले 23 साल के मेसन जॉन बेकर पर धमकी देने का आरोप लगाया गया था. जबकि 10 मई, 2024 को INSET को सूचना मिली थी कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के एक यूजर ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को जान से मारने की धमकी दी थी. वहीं, 13 जून को, एडमोंटन के रहने वाले गैरी बेलज़ेविक (67) को ट्रूडो के खिलाफ़ इसी तरह की धमकियां देने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था. ये धमकियां, सिर्फ़ ट्रूडो के लिए ही नहीं बल्कि उप प्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ़्रीलैंड और न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जगमीत सिंह के लिए भी थीं.


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