S Jaishankar On Terrorism: नो मनी फॉर टेरर कॉन्फ्रेंस (No Money For Terror Conference) को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए सामूहिक रूप से आतंकवाद के खतरे से लड़ने के लिए एक साथ आना महत्वपूर्ण है. उन्होंने हाल के सालों में आतंकवाद के बढ़ते दायरे, पैमाने और तीव्रता के पीछे के कारणों पर भी रोशनी डाली.
जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ विश्व की लड़ाई को तब तक सफलता नहीं मिल सकती जब तक इसका मुकाबला करने के लिए सचेत और समन्वित प्रयास नहीं किए जाएंगे. उन्होंने पाकिस्तान पर हमला करते हुए कहा कि आतंकवादी हमलों में हमेशा सीमापार के लोग शामिल होते हैं. चाहे वो फाइटर्स की भर्ती हो, विस्फोटकों और हथियारों की खरीद हो या फिर पैसे का लेनदेन हो.
आतंकवादी हमलों को सीमापार से समर्थन
विदेश मंत्री जयशंकर यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि जबकि आतंकवादी हमलों के पीछे सीमा पार का समर्थन है, विडंबना ये है कि पता होने के बाद भी सीमापार से इसे रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जाते हैं, यहीं पर उनके अधिकार क्षेत्र खत्म हो जाते हैं. उन्होंने भारत के संदर्भ में बात करते हुए कहा कि सीमापार के आतंकवादी समूह जैसे लश्कर, जेईएम या फिर हरकत उल मुजाहिदीन और उनके प्रतिनिधि भारत की धरती पर आतंक के बर्बर कृत्यों को करने के लिए ये एक सुनिश्चित वित्तीय सहायता पर पनपते हैं.
नो मनी फॉर टेरर
भारत, समान विचारधारा वाले भागीदारों के साथ, वैश्विक सुरक्षा और स्थिरता के लिए आतंकवाद के अस्तित्व के खतरों को उजागर करने के लिए प्रतिबद्ध और ऊर्जावान रहेगा. जयशंकर ने कहा कि नो मनी फॉर टेरर प्लेटफॉर्म का उद्देश्य टेरर फाइनेंसिंग के खिलाफ बिग फाइट को व्यापक आधार देना है. उन्होंने कहा कि जब आतंकवाद की बात आती है तो हम कभी भी पीछे नहीं हटेंगे, हम कभी समझौता नहीं करेंगे और हम न्याय सुनिश्चित करने के अपने प्रयास को कभी नहीं छोड़ेंगे.
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