नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक के बीच विदेश मंत्रालय का पाकिस्तान को लेकर दो टूक बयान सामने आया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है. मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि पाकिस्तान से संबंधों को लेकर हम पुराने रुख पर कायम हैं. अरिंदम बागची ने कहा कि बातचीत के लिए पाकिस्तान को आतंकवाद पर लगाम लगाना होगा. पाकिस्तान बातचीत के लिए माहौल बनाए.


आपको बता दें कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू कश्मीर के 8 दलों के 14 नेताओं के साथ जम्मू कश्मीर को लेकर करीब साढ़े तीन घंटे बातचीत की. बाहर आए नेता अल्ताफ बुखारी ने कहा कि बैठक के दौरान राज्य के परिसीमन को लेकर भी चर्चा हुई.


कांग्रेस ने सरकार के सामने पांच मांगें रखीं


पीएम मोदी की बैठक के बाद कांग्रेस के सीनियर नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमने चर्चा के दौरान बताया कि जिस तरह से स्टेस डिजॉल्व हुआ वो नहीं होनी चाहिए थी. चुने गए प्रतिनिधियों से पूछे बगैर ये किया गया. लेकिन सभी चीजें कहने के बाद हमने पांच बड़ी मांगे सरकार के सामने रखीं. हमने मांग रखी कि स्टेटहुड जल्दी देना चाहिए. हमने ये भी मांग की कि कश्मीर के पंडितों को वापस लाएं और उनके पुर्नवास में मदद करें. राजनीति से जुड़े हुए जो लोग (पॉलिटिक प्रिजनर्स) बंद हैं उन्हें छोड़ने की मांग की. हमने सरकार से कहा कि ये पूर्ण राज्य का दर्जा देने का माकूल वक्त है. विधानसभा चुनाव तत्काल हो ये बात भी रखी.