Mumbai Measles Cases: मुंबई में खसरे का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. गुरुवार को खसरे के कारण 8 महीने के बच्चे की मौत हो गई, जिसके बाद अबतक खसरे से कुल 13 बच्चों की मृत्यु हो चुकी है, जिसमें 8 बच्चे मुंबई के हैं और 3 बच्चे मुंबई से सटे भिवंडी और नालासोपारा इलाके के हैं. मुंबई में अबतक खसरे के कुल 252 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि खसरे के संदिग्ध मरीजों की संख्या बढ़कर 3695 हो गई है.
जानकारी के मुताबिक खसरे से संक्रमित 97 बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं तो वहीं 21 बच्चों की हालत नाजुक बताई जा रही है. इन्हें ऑक्सीजन की सपोर्ट पर रखा गया है. पांच बच्चे अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हैं तो वहीं 2 बच्चों की गंभीर स्थिति देखते हुए उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है. गुरुवार को खसरे से संक्रमित 34 बच्चों को अस्तपाल में भर्ती कराया गया है.
`बीएमसी की कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ. मंगला गोमारे ने कहा कि, खसरे के मामले बढ़ रहे हैं. उच्च जोखिम वाले क्षेत्र एम-ईस्ट और मुंबई के कुछ अन्य हिस्से हैं, जहां से बहुत अधिक मामले सामने आए हैं. बच्चों को सुरक्षित करने के लिए टीकाकरण महत्वपूर्ण है. खसरे के संक्रमण से बच्चे को परेशानी हो सकती है और उनकी मृत्यु हो सकती है. बच्चों के लिए बीएमसी ने 300 से अधिक बिस्तरों की व्यवस्था की है.
बीएमसी की अपील-बच्चों को खसरा का टीका लगवाएं
शहर में खसरे के मामलों में बढ़ोतरी के बीच बीएमसी ने आम लोगों से अपील की है कि अपने बच्चों को खसरे का टीका जरूर लगवाएं. बीएमसी की तरफ से एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा गया है कि मुंबई में खसरे के प्रकोप को देखते हुए सभी नागरिकों से अपील की जाती है कि वे अपने 9 महीने से 5 साल तक के सभी बच्चों को खसरा युक्त टीका जरूर लगवाएं.
इन अस्पतालों में हो रहा है इलाज
बीएमसी के मुताबिक, मुंबई के 24 सिविक वार्डों में से 10 में 21 स्थानों से खसरा फैलने की सूचना मिली है. खसरे से संक्रमित रोगियों को आठ अस्पतालों - कस्तूरबा अस्पताल, शिवाजी नगर प्रसूति गृह, भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर अस्पताल, राजावाड़ी अस्पताल, शताब्दी अस्पताल, कुर्ला भाभा अस्पताल और क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले अस्पताल और सेवन हिल्स अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया है.
यह भी पढ़ें:
Maharashtra: 'बाप, बाप होता है', ताजा विवाद पर आखिर उद्धव ठाकरे ने ऐसा क्यों कहा?