मक्का मस्जिद ब्लास्ट में फैसला देने वाले जज की सुरक्षा बढ़ाई गई
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘कल के फैसले को लेकर उनके आवास पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है.’’ उन्होंने कहा कि कुछ समय तक उनकी सुरक्षा बढ़ी रहेगी.
हैदराबाद: एनआईए मामलों के विशेष न्यायाधीश की सुरक्षा बढ़ा दी गई है जिन्होंने मक्का मस्जिद विस्फोट मामले में स्वामी असीमानंद सहित पांच लोगों को बरी कर दिया था. मंगलवार को पुलिस ने यह जानकारी दी. एनआईए मामलों के विशेष न्यायाधीश और चतुर्थ अतिरिक्त मेट्रोपोलिटन सत्र न्यायाधीश के रवींद्र रेड्डी ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए कल इस्तीफा दे दिया था. 2007 के मामले में फैसले देने के कुछ ही घंटे बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘कल के फैसले को लेकर उनके आवास पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है.’’ उन्होंने कहा कि कुछ समय तक उनकी सुरक्षा बढ़ी रहेगी. अधिकारी ने कहा, ‘‘... कोई विशिष्ट अलर्ट नहीं है लेकिन फैसले के बाद कल से ही उनके घर के आसपास सुरक्षा बढ़ी हुई है.’’ अधिकारी ने यह नहीं बताया कि उनकी सुरक्षा में कितने पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की कोर्ट ने हैदराबाद के मक्का मस्जिद में 2007 में हुए ब्लास्ट कांड में स्वामी असीमानंद और चार अन्य को सोमवार को बरी कर दिया. कोर्ट ने कहा कि अभियोजन उनके खिलाफ मामला साबित करने में नाकाम रहा है. मक्का मस्जिद में 18 मई 2007 को जुमे की नमाज के दौरान एक बड़ा विस्फोट हुआ था. इसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी और 58 लोग जख्मी हो गए थे.