नई दिल्ली: डाटा प्रोटेक्शन बिल 2019 के लिए बनी ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमिटी की चेयर पर्सन मीनाक्षी लेखी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर जेपीसी की बैठकों के गोपनीय जानकारी एक वेबसाइट में छपने पर नाराजगी जताई है. उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से कमेटी की प्रोसिडिंग की लीकेज की जांच और मामला संसद की विशेषाधिकार समिति को सौंपने की मांग की है.


मीनाक्षी लेखी ने पत्र में कहा है की डाटा प्रोटक्शन बिल 2019 को डिस्टर्ब करने के लिए ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमिटी का गठन किया गया है. इस कमेटी की बैठक की गोपनीय जानकारी एक पत्रकार जिसका नाम निखिल पहावा है और जो खुद डिजिटल राइट्स एक्टिविस्ट भी है उसने मीडियानामा नाम की अखबार में छपी है.


मीडियानामा ने किसी भी वेद सूत्र को इसमें कोर्ट नहीं किया है जो कि लोकसभा के रूल प्रक्रिया और विधाई नियम 275 के तहत संसद के विशेषाधिकार का हनन है. इसलिए लोकसभा अध्यक्ष से गुजारिश है कि वह इस मामले को संसद के विशेषाधिकार समिति को भेजे ताकि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो सके. साथ ही उसके बाद जरूरी नियमों के मुताबिक कार्रवाई की जा सके.


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