Meenakksgi Lekhi On Hamas: केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने शुक्रवार (8 दिसंबर) को इस बात से इनकार कर दिया कि उन्होंने हमास को भारत में आतंकवादी संगठन घोषित करने से संबंधित किसी भी दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए हैं. केंद्रीय मंत्री की यह प्रतिक्रिया संसद में कांग्रेस के एक सांसद की ओर से पूछे गए सवाल पर आई है.
सवाल के जवाब में मीनाक्षी लेखी ने कहा, "किसी संगठन को गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत आतंकवादी घोषित किया जाता है. उन्होंने कहा कि आपको गलत जानकारी दी गई है, क्योंकि मैंने इस सवाल और इसके जवाब वाले किसी कागज पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं.
इससे पहले कांग्रेस सांसद के सुधाकरन ने पूछा था कि क्या केंद्र सरकार के पास हमास को भारत में आतंकवादी संगठन घोषित करने का कोई प्रस्ताव है और क्या इजरायल ने भारत सरकार के सामने ऐसी कोई मांग उठाई है?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा दस्तावेज
इस बीच एक यूजर ने सोशल मीडिया पर एक डॉक्यूमेंट शेयर किया, जिसमें दावा किया गया है कि मीनाक्षी लेखी ने हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करने वाले एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर किया है. इसको लेकर केंद्रीय मंत्री ने जांच करवाने की मांग की है.
प्रियंका चतुर्वेदी ने मांगी सफाई
वहीं, शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने विदेश मंत्रालय से इस मामले पर स्पष्टीकरण मांगा. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि मीनाक्षी लेखी अपने ही जवाब से खुद को अलग कर रही हैं. कह रही हैं कि उन्होंने इस पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं. अगर वह यह दावा कर रही हैं कि यह जवाब फर्जी है. अगर हां तो नियमों का उल्लंघन है.
हमास का इजरायल पर हमला
7 अक्टूबर को हमास की ओर से इजरायल पर किए गए हमलों में 1,400 से अधिक लोग मारे गए. वहीं, तेल अवीव के जवाबी हमले में अब तक 16,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है.
भारत ने हमले की निंदा की
भारत के इजरायल और प्रमुख अरब देशों दोनों के साथ मजबूत रणनीतिक संबंध हैं. ऐसे में देश ने हमास के हमलों की निंदा की है और सीधे तौर पर युद्धविराम का आह्वान करने से इनकार कर दिया. इसके अलावा भारत ने इजरायल-हमास संघर्ष में शामिल पक्षों से तनाव कम करने, हिंसा से बचने और मामले के समाधान के लिए शांति वार्ता को शुरू करने को कहा है.
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