केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की नेता मीनाक्षी लेखी ने हनुमान जयंती समारोह के दौरान दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हुए दंगे को उन लोगों की साजिश बताया जो दुश्मनी को बढ़ावा देना चाहते हैं और प्रशासन के नियमों की अवहेलना करना चाहते हैं. उन्होंने हिंसा को लेकर पुलिस जांच पर विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि जांच में ऐसे तत्वों का खुलासा जल्द ही होगा.


फरवरी 2020 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा के दौरान दिल्ली में बड़े पैमाने पर हुई हिंसा का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में भी राष्ट्रीय राजधानी में दंगे हुए हैं. दरअसल विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री कुछ आधिकारिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए भोपाल गई हैं. वहीं कार्यक्रम से हटकर उन्होंने दिल्ली में हुए दंगे के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘यह उन्हीं लोगों की साजिश है जो इस तरह की भावनाएं उत्पन्न करके बैर बढ़ाना चाहते हैं और प्रशासन के नियम को भंग करना चाहते हैं.’’


पुलिस हिंसा के हर पहलू पर गौर करेगी और केंद्र को एक रिपोर्ट पेश करेगी


दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कहा कि जहांगीरपुरी हिंसा के सिलसिले में अब तक दो समुदायों के 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सांप्रदायिक झड़पों में आठ पुलिसकर्मी और एक स्थानीय निवासी घायल हो गए थे. उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली में दंगे पहले भी हो चुके हैं. अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा के दौरान जो हुआ और जांच के नतीजे आप सभी के सामने हैं. अब एक बार फिर ऐसी घटना हुई है’’


उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस इसकी जांच कर रिपोर्ट पेश करेगी. कुछ चेहरे तो सामने आए हैं लेकिन यह साजिश किन लोगों की थी वह भी सामने आना चाहिए.’’ नयी दिल्ली सीट से सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि पुलिस जांच हिंसा के हर पहलू पर गौर करेगी और केंद्र को एक रिपोर्ट पेश करेगी. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तर-पश्चिम दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती की शोभायात्रा के दौरान हुए दगों में कौन-कौन शामिल था, यह जानने के लिए वह पुलिस की जांच पूरी होने का इंतजार करेंगी. 


अतिक्रमण पर बुलडोजर चलना ही चाहिए


रामनवमी समारोह के दौरान मध्य प्रदेश के खरगोन शहर में हिंसा के बाद कथित दंगाइयों के अवैध घरों और दुकानों को ध्वस्त करने की राज्य सरकार की कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर भाजपा सांसद ने कहा कि जहां पर अतिक्रमण है वहां पर बुलडोजर चलना ही चाहिए. फिर चाहे वह कोई भी हो, जो आम लोगों की धरोहर है, जो समाज की जमीन है, जहां सामाजिक धरोहर के ऊपर अतिक्रमण है, उस अतिक्रमण को हटाना चाहिए और जो नियमानुसार होता है वह ठीक है.


इतिहास की घटनाओं को साबित करने के लिए अवशेषों को बरकरार रखना जरुरी


भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती की रायसेन किले में स्थित ASI संरक्षित सोमेश्वर मंदिर को जनता के लिए खोलने की मांग के बारे में पूछे जाने पर लेखी ने सीधा जवाब देने से परहेज किया और कहा कि कभी-कभी सच बताने के लिए इतिहास के अवशेषों को संरक्षित किया जा सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘कभी-कभी इतिहास पर सवाल उठाए जाते हैं कि हमले कभी नहीं हुए, आक्रमणकारी कभी नहीं आए और धार्मिक धर्मांतरण कभी नहीं हुआ. इसलिए इतिहास की कुछ घटनाओं को साबित करने के लिए अवशेषों को बरकरार रखना जरुरी है.’’ दरअसल भोपाल से लगभग 50 किलोमीटर दूर रायसेन किले में स्थित सोमेश्वर मंदिर में ASI की अनुमति के अभाव में पूजा एवं जलाभिषेक करने में असमर्थ उमा भारती ने 11 अप्रैल को ‘‘मन की शांति’’ के लिए अन्न छोड़ने का फैसला किया है.


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