(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मिलिए डॉक्टर शरमीन से, जो फ्रोजन स्नो कार रेसर बनने वाली पहली कश्मीरी महिला हैं
कार रेसिंग आयोजन में पुरुषों को कड़ी टक्कर देने जा रही है. इसके लिए वे कहती है कि ईश्वर ने जो अवसर मुझे दिया है उसे पूरा करने में कोई कसर छोड़ना नहीं चाहूंगी.
श्रीनगर: ऐसा पहली बार है जब एक कश्मीरी महिला स्नो कार रेसिंग में हिस्सा लेने जा रही है. शरमीन मुश्ताक पेशे से डॉक्टर हैं और वे ऐसा करने वाली पहली कश्मीरी महिला होंगी. वो गुलमर्ग में होने वाली स्नो कार रैली में हिस्सा लेंगी. उनका मानना है कि महिला किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं.
वह दो दिन की कार रेसिंग आयोजन में पुरुषों को कड़ी टक्कर देने जा रही है. इस मुकाबले पर उनका कहना है, "ईश्वर ने जो अवसर मुझे दिया है उसे पूरा करने में कोई कसर छोड़ना नहीं चाहूंगी. मैं बहुत रोमांचित हूं. मेरे इस फैसले से मेरे मां पिता और भाई साथ हैं. मेरे दोनों बच्चे ने भी मेरा सपोर्ट किया हैं."
आपको बता दें कि दो दिन की कार रैली 20 जनवरी से शुरु होगी. जिसमें करीब 50 ड्राइवर हिस्सा ले सकते हैं. गुलमर्ग की सड़क जीरो तापमान में फिसलन से भर जाती है जिसके चलते बिना चैन वाली कार की अनुमति नहीं होती. 10,000 फीट की ऊंचाई पर तापमान शून्य से माइनस 10 से 15 डिग्री सेल्सियस तक रहता है.
यह रेस फिक्सड टाइम आधारित होगी और इस कार रेस का ट्रैक सर्किट 1.25 किमी का है.
क्यों हो रही हैं शामिल?
डॉक्टर शरमीन ने मीडिया से कहा, "मेरे पास अच्छा प्लेटफॉर्म मिला है जहां मैं अपना बेस्ट दे सकती हूं. इस खेल में हारना और जीतना ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं हैं, जितना हिस्सा लेना जरुरी है." यह स्नो कार रैली 'फ्रोजन रस' नाम से जानी जाती है और यह रेस देश में दूसरी बार होने जा रही है.
जब डॉ शरमीन से पूछा गया कि आप अपने प्रोफेशन को छोड़ कर कार-रेसिंग में क्यों आना चाहती हैं? तो उन्होंने कहा, "मेरी इच्छा थी कि मैं अपने हुनर को सही तरीके से इस्तेमाल कर सकूं. उन्होंने आगे कहा अगर आप में हुनर है तो आप अपने आपको अच्छे प्लेटफॉर्म में क्यों नहीं प्रदर्शित कर सकते हैं."
शरमीन आगे कहती हैं कि वो चाहती हैं कि कश्मीर में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को शामिल होने के लिए प्रेरित किया जाए. उनका मानना है कि कश्मीरी महिलाओं को अपने सपने को जीने के लिए सीमाओं से आगे निकलना पड़ेगा.