नई दिल्लीः केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नये केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के विकास मामलों और सुरक्षा स्थिति पर चर्चा करने के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. करीब पांच घंटे तक गृह मंत्रालय में कश्मीर की सुरक्षा स्थिति को लेकर अहम बैठक चली.


अधिकारियों ने यहां बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, जम्मू कश्मीर के राज्यपाल जी सी मुर्मू और अन्य अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया. इस बैठक में सेना प्रमुख, केन्द्रीय गृह सचिव अजय के भल्ला, आईबी चीफ के साथ-साथ जम्मू कश्मीर के डीजीपी और सीआरपीएफ के डीजी शामिल हैं. एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए बैठक बुलाई गई थी.


बता दें कि बीती पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर को मिला विशेष दर्जा वापस लिये जाने और राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेशों में विभाजित किये जाने के बाद से कश्मीर घाटी में कई पाबंदियां लागू की गई थीं, जिन्हें बाद में हटा लिया गया था. कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद कश्मीर को लेकर पहली बार इतनी बड़ी बैठक हो रही है जिसमें ये लोग शामिल हैं.


गौरतलब है कि कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से लगातार घुसपैठ की खबरें आ रही हैं जिसके तहत भी सुरक्षा को लेकर चिंताएं बनी हुई हैं. मोदी सरकार ने इसी साल पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने का एलान किया था. साथ ही सूबे को दो केंद्र शासित प्रदेश (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांटने का फैसला लिया था. इसी के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर के मुख्यधारा के नेताओं को भी हिरासत में लिया गया था.