नई दिल्ली: पंजाब, छत्तीसगढ़ और राजस्थान सरकार ने कृषि कानूनों के खिलाफ तीन संशोधन विधेयक पारित कर दिए हैं. वहीं देशभर के सभी गैर-राजनीतिक किसान संगठनों की बैठक आज नई दिल्ली के गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में आयोजित की गई है. इस बैठक में कृषि कानूनों के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी. बैठक के बाद शाम 4 बजे जंतर-मंतर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के आयोजन किया जाएगा.


इस बैठक में मुख्य तौर पर मध्यप्र देश से शिव कुमार कक्काजी और गौरी शंकर बिधुआ, पंजाब से जगजीत सिंह दल्लेवाल, यूपी से हरपाल चौधरी बिलारी और ऋषिपाल अम्बावता, हरियाणा से स्वामी इंदर, सेवा सिंह आर्य और जसबीर सिंह भट्टी, राजस्थान से इंदरजीत पन्नीवाला, संतवीर सिंह और रंजीत राजू, महाराष्ट्र से शंकर दरेकर, लक्ष्मण वांगे, संदीप गिद्दे, जम्मू-कश्मीर से तनवीर अहमद डार, इम्तियाज अहमद, जहूर अहमद, एसपी चाडक, केरल से केवी बीजू, पीटी जॉन समेत अन्य किसान नेता शामिल होंगे.


तमिलनाडु में किसानों की रैली में शामिल होंगे राहुल गांधी
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ तमिलनाडु में एक किसान रैली में शामिल होंगे. यह जानकारी पार्टी की राज्य इकाई ने सोमवार को दी. तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीएनसीसी) के अध्यक्ष के एस अलागिरी ने एक बयान में कहा कि प्रदेश कांग्रेस ने राज्य में 150 स्थानों पर विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई है, जिसमें हल लगे ट्रैक्टरों का इस्तेमाल किया जाएगा. हालांकि अभी पार्टी ने विरोध प्रदर्शन के तारीख की घोषणा नहीं की है.


टीएनसीसी प्रमुख ने कहा कि नए कानून किसानों के हितों के खिलाफ हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि उपज की कीमत तय करने में कॉरपोरेट की अधिक चलेगी और उनकी पार्टी इन कानूनों के खिलाफ समर्थन जुटाने के लिए सभी प्रयास कर रही है.


ये भी पढ़ें-
किसान कानून: राहुल गांधी का एक और हमला, बोले- किसानों ने मांगी मंडी, PM ने थमा दी भयानक मंदी

बढ़ती महंगाई को लेकर प्रियंका गांधी ने साधा निशाना, कहा- किसान, गरीबों और मध्यम वर्ग की दुश्मन है सरकार