Agriculture Textile Ministries Meeting: कपास की उत्पादकता में सुधार और भारतीय कपास (Cotton) की ब्रांडिंग को लेकर दिल्ली में कृषि और कपड़ा मंत्रालय की बैठक हुई. इस बैठक में कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar), केंद्रीय कपड़ा व वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) शामिल हुए. केंद्रीय कृषि और कपड़ा मंत्रियों के स्तर पर अपनी तरह की इस पहली बैठक में कपास से संबंधित मुख्य मुद्दों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया.
इस बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि 5F- फार्म, फाइबर, फैब्रिक, फैशन और फॉरेन (विदेशी) को एक साथ लाकर, हम किसान की कमाई को दोगुना कर सकते हैं, और उत्पादकता व उत्पादन को भी बढ़ा सकते हैं. ये भी सुनिश्चित करना है कि किसानों को सिंचाई की सुविधा भी मिले. उन्होंने कहा कि भारत के लिए कपास उत्पादकता में वैश्विक सर्वोत्तम मानकों को अपनाने का समय आ गया है.
क्या कहा केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने?
पीयूष गोयल ने कहा कि सभी हितधारकों को भारत में कपास के समग्र विकास के लिए मिशन मोड में एक साथ आना चाहिए ताकि प्रधानमंत्री के 5 एफ 'फार्म टू फॉरेन' विजन को प्राप्त किया जा सके. निजी क्षेत्र को भी आगे आना चाहिए और उत्पादकता, किसान शिक्षा के साथ-साथ ब्रांडिंग में अनुसंधान को बढ़ावा देने में योगदान देना चाहिए. गुणवत्ता का समर्थन करने के लिए, खेत से लेकर उद्योग तक सभी परीक्षण सुविधाएं प्रदान की जाएंगी.
कपास के उत्पादन को बढ़ाया जाएगा- कृषि मंत्री
वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने कहा कि आज, कृषि और कपड़ा मंत्रालयों और कुछ अन्य विभागों की एक उपयोगी बैठक हुई. हमने कपास उगाने वाले किसानों और कपास उद्योग के पक्ष को बड़े पैमाने पर सुना. हमने कुछ निर्णय लिए हैं जो कपास के उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करेंगे. देश के बड़े हिस्से में कपास (Cotton) की उत्पादकता बढ़ाने के लिए उच्च घनत्व वाली खेती और सूक्ष्म सिंचाई महत्वपूर्ण है. कपास उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि देश में रोजगार वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है. उत्पादकता बढ़ाने के लिए अल्पकालिक और दीर्घकालिक रणनीतियों पर काम किया जाना है.
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