हैदराबाद की घटना के बाद संसद की स्टैंडिंग कमेटी ऑन एंपावरमेंट ऑफ वूमेन ने बुलाई बैठक
निर्भया कांड के बाद ये पहला मौका बताया जा रहा है जब सड़क से संसद तक एक सुर में लोग घटना की ना केवल निंदा कर रहे है, बल्कि आरोपियों को सरे आम फांसी देने की मांग हो रही है.
नई दिल्ली: हैदराबाद में वेटरनरी डॉक्टर के साथ हुई वीभत्स घटना के बाद संसद की स्टैंडिंग कमेटी ऑन एंपावरमेंट ऑफ वूमेन भी सक्रिय हो गई है. कमेटी ने महिलाओं की सुरक्षा के विषय पर इस हफ्ते 4 और 5 दिसंबर को संसद में एक अहम बैठक बुलाई है. जिसमें महिला सुरक्षा से संबंधित विषयों पर चर्चा की जाएगी.
इसके अलावा महिला सुरक्षा को लेकर अब तक बनाए गए कानूनों की समीक्षा और उनके इंप्लीमेंटेशन की बारीकियों का अध्ययन किया जाएगा. साथ ही यह तय किया जाएगा की सरकार महिला सुरक्षा को लेकर जो कानून बनाए हैं वह कितने कारगर साबित हो रहे हैं. दो दिनों तक चलने वाली बैठक में सोशल नेटवर्किंग साइट्स के अधिकारियों को भी तलब किया गया है. साथ ही साइबर एक्सपर्ट्स को भी बुलाया गया है.
गौरतलब है कि हैदराबाद की घटना ने एक बार फिर सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किए हैं. जिसको लेकर सड़क से संसद तक घटना को लेकर आवाज उठ रही है. निर्भया कांड के बाद ये पहला मौका बताया जा रहा है जब सड़क से संसद तक एक सुर में लोग घटना की ना केवल निंदा कर रहे है, बल्कि आरोपियों को सरे आम फांसी देने की मांग हो रही है.
इसे ध्यान में रखते हुए, संसद की स्टैंडिंग कमेटी ऑन एंपावरमेंट ऑफ वूमेन ने महिलाओं के लिए सुरक्षा को लेकर 4 और 5 दिसम्बर को संसद में एक अहम बैठक बुलाई है. इस मीटिंग में पहले दिन यानि 4 दिसंबर को ट्विटर के अधिकारियों से साइबर सिक्योरिटी पर बात होगी. जबकि दूसरे दिन 5 दिसंबर को फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम के अधिकारियों से संवाद होगा. मीटिंग में महिलाओं के साथ होने वालेसाइबर बुलीइंग,अश्लीलता, बेवजह ट्रेनिंग, महिलाओं के प्रोफाइल से छेड़छाड़ और फेक प्रोफाइल जैसे विषयों पर चर्चा होने की संभावना है.ये भी पढ़ें-
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