केन्द्र की तरफ से लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के भारी प्रदर्शनों के देखते हुए गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी मुख्यलय में बड़ी बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी पहुंचीं हैं. इसके साथ ही, केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी इस बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे हैं. बीजेपी महासचिवों के साथ बैठक की जा रही है.


गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके आसपास हजारों की संख्या में जुटे किसान प्रदर्शन कर इन तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. किसानों के प्रदर्शन का गुरुवार को 22वां दिन है.


कृषि कानूनों पर केन्द्र सरकार और किसानों के बीच अब तक पांच दौर की बातचीत हो चुकी है. लेकिन अब तक हुई वार्ता बेनतीजा रही. सरकार ने संशोधन का प्रस्तान किसान संगठनों को भेजा था लेकिन किसानों ने  उसे मानने से इनकार कर दिया. किसानों की मांग है कि सरकार तीनों कानूनों को वापस ले.


इधर, बुधवार को दिल्ली-हरियाणा स्थित सिंघु बॉर्डर पर संत बाबा राम सिंह ने किसानों के विरोध प्रदर्शन के समर्थन में खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली. बाबा रामसिंह के हजारों अनुयायी थे.


इससे पहले, शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा था कि प्रधानमंत्री अगर इस पूरे मामले पर दखल दें तो यह पांच मिनट में आंदोलन खत्म हो जाएगा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को सभी सुनते हैं इसलिए उन्हें इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए. इसके साथ ही, संजय राउत ने यह भी कहा कि किसानों के साथ अगर आधा घंटा बैठकर बैठक कर ली जाए तो यह प्रदर्शन खुद खत्म हो जाएगा.


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