नई दिल्लीः डोकलाम की घटनाओं की समीक्षा कर रही विदेश मंत्रालय से जुड़ी संसदीय स्थाई समिति की कल बैठक बुलाई गई है. बैठक का मुख्य एजेंडा डोकलाम पर तैयार की गई मसौदा रिपोर्ट को मंज़ूरी देना है. कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अध्यक्षता वाली इस समिति द्वारा तैयार की गई मसौदा रिपोर्ट पर पहले से ही विवाद खड़ा हो गया है. ऐसे में समिति की बैठक में रिपोर्ट को मंज़ूर किए जाने की संभावना काफ़ी कम है.

समिति में शामिल एनडीए के सांसद मसौदा रिपोर्ट में शामिल किए गए कुछ बिंदुओं को लेकर पहले से ही नाराज़ हैं. रिपोर्ट को मंज़ूर करने के लिए इस महीने की 9 तारीख़ को भी बैठक बुलाई गई थी. लेकिन एनडीए सांसदों ने बैठक शुरू करने के लिए ज़रूरी कोरम नहीं होने का मामला उठा दिया जिसके चलते बैठक शुरू ही नहीं हो पाई. समिति में शामिल एक बीजेपी सदस्य के मुताबिक़ मसौदा रिपोर्ट में कुछ ऐसी बातों का भी ज़िक्र है जो देश की सुरक्षा के लिहाज़ से बेहद संवेदनशील हैं और रिपोर्ट में इनका ज़िक्र नहीं होना चाहिए. एनडीए के सांसद शनिवार को बैठक बुलाए जाने का भी विरोध कर रहे हैं.

समिति के सदस्यों में अन्य सांसदों के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल हैं. लेकिन विदेश दौरा कर रहे राहुल गांधी इस बैठक में शामिल नहीं होंगे. डोकलाम विवाद को लेकर राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर हमला कर रहे हैं. राहुल का आरोप है कि डोकलाम के मुद्दे पर भारत ने चीन के सामने घुटने टेक दिए हैं. इस समिति का कार्यकाल 31 अगस्त को समाप्त हो रहा है. उसके पहले समिति के अध्यक्ष शशि थरूर रिपोर्ट पर समिति की मंज़ूरी ले लेना चाहते हैं. ज़ाहिर है अगर रिपोर्ट मंज़ूर हो जाती है तो मोदी सरकार के लिए एक असहज स्थिति पैदा हो सकती है.