Mamata Banerjee In Meghalaya: बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को बीजेपी पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि यह पार्टी ‘दो चेहरे’ वाली है, जो चुनाव के दौरान कहती कुछ है और चुनाव के बाद करती कुछ और है. मेघालय के गारो हिल्स जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बनर्जी ने दावा किया कि उनकी तृणमूल कांग्रेस एकमात्र पार्टी है जो पूर्वोत्तर राज्य में बेहतर शासन प्रदान कर सकती है, क्योंकि यह लोगों के सपनों को पूरा करती है.


ममता बनर्जी ने टीएमसी को वोट देने की अपील करते हुए कहा, "बीजेपी दो चेहरे वाली है, जो चुनाव के दौरान कहती कुछ है और चुनाव के बाद करती कुछ और है. केंद्र की बीजेपी सरकार सिर्फ उसकी पार्टी के शासन वाले राज्यों को ही धन मुहैया कराती है." उन्होंने कहा, "इस सरकार ने पिछले पांच साल में राज्य में क्या काम किया है? हम उन्हें चुनौती देते हैं कि वे अपने कार्यों का रिपोर्ट कार्ड दिखाएं..."


ममता ने फूंका चुनावी बिगुल


ममता बनर्जी ने मेघालय के उत्तरी गारो हिल्स जिले के मेंदीपथार में एक बड़ी चुनावी रैली को संबोधित कर पार्टी के अभियान की आधिकारिक शुरुआत की. रैली को संबोधित करते हुए टीएमसी सुप्रीमो ने कहा, "ऐसा क्यों है कि मेघालय में इतने सालों बाद भी घरों में बिजली नहीं पहुंची है? युवा पीढ़ी को रोजगार के अवसर क्यों नहीं मिल रहे हैं?" उन्होंने कहा, "अगर आप इस भ्रष्ट और छद्म बीजेपी सरकार को बदलना चाहते हैं तो टीएमसी ही एकमात्र विश्वसनीय विकल्प है. हम मेघालय में जनता के लिए, जनता द्वारा और जनता की सरकार चाहते हैं."


मेघालय सरकार पर बरसीं ममता


ममता बनर्जी ने विशेष रूप से नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के कोनराड संगमा के नेतृत्व वाली मेघालय सरकार पर बीजेपी के लिए "एक प्रॉक्सी सरकार" होने का आरोप लगाया. टीएमसी प्रमुख ने कहा कि राज्य की सरकार दिल्ली और गुवाहाटी से सरकार चलाने के लिए डिक्टेशन लेती है. इस मौके पर टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया कि पूर्वोत्तर राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, सड़कें और बुनियादी ढांचा खस्ताहाल हैं. 


मेघालय चुनाव का ऐलान हुआ


तृणमूल कांग्रेस असम और त्रिपुरा के साथ मेघालय में अपनी पैठ मजबूत करने की कोशिश कर रही है. नवंबर 2021 में मेघालय में कांग्रेस के 17 में से 12 विधायक तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे, जिससे यह 60 सदस्यीय विधानसभा में प्रमुख विपक्षी पार्टी बन गई. सत्ता में सहयोगी बीजेपी के पास सिर्फ 2 विधायक ही हैं. बता दें कि चुनाव आयोग ने बुधवार (18 जनवरी) को मेघालय विधानसभा चुनाव का ऐलान कर दिया है. निर्वाचन आयोग की ओर से घोषित कार्यक्रम के मुताबिक मेघालय में 27 फरवरी को मतदान होगा और 2 मार्च को नतीजे आएंगे. 


मेघालय के क्या हैं समीकरण?


मेघालय में बीजेपी भले ही NPP के साथ सत्ता में हो, लेकिन इस बार समीकरण काफी बदल चुके हैं. बीजेपी और एनपीपी के बीच कई मुद्दों को लेकर सामंजस्य नहीं बैठ रहा है. वहीं, पिछले चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें पाने वाली कांग्रेस इस बार टूटी हुई और बिखरी हुई नजर आ रही है. बड़े स्तर पर कांग्रेस नेताओं को शामिल कराकर टीएमसी काफी मजबूत दावेदार नजर आ रही है.


टीएमसी की ओर से पूर्व सीएम मुकुल संगमा ही मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हो सकते हैं. वहीं यदि एनपीपी और बीजेपी में समझौता नहीं हुआ तो बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अर्नेस्ट मावरी को कमान सौंपी जा सकती है. एनपीपी की तरफ से कोनराड संगमा के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जाएगा.


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