Rain in Meghalaya: देश के पूर्वोत्तर राज्यों में बीते कुछ दिनों से हो रही बारिश के कारण कई राज्यों में जनजीवन काफी अस्त-व्यस्त हो गया है. इसी बीच मेघालय के चेरापूंजी के सोहरा इलाके में शुक्रवार को 27 साल बाद सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई. सोहरा इलाके में बीते 24 घंटों में 972.0 मिमी बारिश दर्ज की गई.
बताया जा रहा है कि इलाके में लगातार हो रही झमाझम बारिश गुरुवार सुबह 8.30 बजे से शुरू हुई जो शुक्रवार सुबह 8.30 बजे तक 972.0 मिमी के आंकड़े के पार पहुंच गई. जानकारी के अनुसार कहा जा रहा है कि यह तीसरी बार है जब मेघालय के सोहरा इलाके में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. आंकड़ों के अनुसार बताया जा रहा है कि इससे पहले 16 जून 1995 को 1563.3 मिमी और 5 जून 1956 को 973.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी.
बारी बारिश की संभावना
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार गुरुवार को किए गए एक ट्वीट में असम और मेघालय में 16 से 18 जून के दौरान बहुत भारी वर्षा होने की संभावना जताई गई थी. आईएमडी के अनुसार असके पीछे बंगाल की खाड़ी से पूर्वोत्तर और उससे सटे पूर्वी भारत में निचले क्षोभमंडल स्तरों में तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के प्रभाव को मुख्य कारण बताया गया था.
भूस्खलन से कई सड़कें क्षतिग्रस्त
बता दें कि मेघालय में हो रही मुसलाधार बारिश ने पूर्वी खासी हिल्स जिले को काफी नुकसान पहुंचाया है. इस दौरान यहां भूस्खलन से कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं, वहीं मावफलांग सी एंड आरडी ब्लॉक के अंतर्गत लैतलारेम गांव में गुरुवार को हुए लैंडस्लाइड में चार नाबालिगों की मौत हो गई और दो घायल हो गए.
सीएम देंगे मृतकों के परिजनों को मुआवजा
मेघालय(Meghalaya) के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा(Conrad Sangma) ने लैंडस्लाइड(Landslide) में मारे गए प्रत्येक मृतक के परिजन को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है. इसके अलावा संगमा ने मेघालय में बीते हफ्ते भूस्खलन और बाढ़(Flood) से प्रभावित हुए गारो हिल्स इलाके की स्थिति का आकलन करने के लिए एक समीक्षा बैठक भी की है.
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