Mehbooba Mufti On Manipur Violence: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने सोमवार (31 जुलाई) को पार्टी के 24वें स्थापना दिवस के मौके पर बीजेपी और पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला. मुफ्ती ने आरोप लगाया कि बीजेपी पूरे देश में मणिपुर जैसे हालात पैदा करना चाहती है.
श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर पार्क में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि विपक्षी दलों को पार्टी लाइनों से ऊपर उठना चाहिए और बीजेपी को हराने के लिए नहीं बल्कि देश और संविधान को बचाने के लिए एक अटूट गठबंधन बनाना चाहिए.
महबूबा मुफ्ती ने कहा, "गुजरात दंगों के बाद सरकार ने कहा था कि नरसंहार की पुनरावृत्ति नहीं होगी, लेकिन फिर मणिपुर में एक बार फिर ऐसा ही हुआ. मणिपुर तो बस एक ट्रेलर है, फिल्म अभी शुरू होनी बाकी है. बीजेपी पूरे देश को मणिपुर बनाना चाहती है. विपक्ष से मेरी अपील है कि अगर वे भारत को बचाना चाहते हैं तो एकजुट रहें. संख्या के खेल में न पड़ें."
370 को लेकर क्या बोलीं महबूबा मुफ्ती
महबूबा मुफ्ती ने दावा किया कि पीडीपी के संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद ने 2015 में जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने शर्त रखी थी और आश्वासन मांगा था कि संविधान की धारा 370 केंद्र से नहीं हटाया जाएगा. मुफ्ती ने कहा पिता सईद सत्ता के भूखे नहीं थे और जम्मू-कश्मीर को उसकी समस्याओं और परेशानियों से मुक्ति दिलाना चाहते थे.
"बीजेपी बना रही जम्मू-कश्मीर के लोगों पर दबाव"
मुफ्ती ने आरोप लगाया कि बीजेपी अपनी प्रतिबद्धताओं से पीछे हट गई है और जम्मू-कश्मीर के लोगों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है. बीजेपी चाहती है कि हम आत्मसमर्पण कर दें और सफेद झंडा उठा लें लेकिन हम ऐसा नहीं करेंगे. अगर हम सभी हिंदू, मुस्लिम, सिख, गुज्जर, पहाड़ी एकजुट हो जाएं, तो हम बीजेपी को हरा देंगे."
राष्ट्रीय ध्वज फहराने पर बीजेपी पर निशाना
मुफ्ती ने बीजेपी से पूछा, "जम्मू-कश्मीर के संबंध में विशेष संवैधानिक प्रावधानों को खत्म करके उसे क्या हासिल हुआ? आपने कश्मीर में क्या हासिल किया है? जवाहरलाल नेहरू लाल चौक आए और हजारों कश्मीरियों की उपस्थिति में राष्ट्रीय ध्वज फहराया. आज, आप तिरंगा फहराते हैं और वहां कोई कश्मीरी नहीं है, केवल सुरक्षा लोग हैं."
सिखों के लिए आरक्षण पर बीजेपी को घेरा
सिखों के लिए आरक्षण न होने को लेकर मुफ्ती ने बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "मैं यह भी पूछना चाहती हूं कि सिखों के लिए आरक्षण क्यों नहीं? क्योंकि अगर आप सिखों को आरक्षण देते हैं तो आप हिंदू-मुस्लिम (राजनीति) नहीं कर सकते.
पीडीपी प्रमुख ने कहा, "उनकी पार्टी समस्या नहीं बल्कि समस्या का समाधान है. हम चाहते हैं कि लोकतांत्रिक व्यवस्था के अंदर ही समाधान निकले. उन्होंने बीजेपी से इस साल के अंत में होने वाले पंचायत और अन्य स्थानीय निकायों के चुनावों के लिए तैयार रहने को कहा."
ये भी पढ़ें:
सपा यूपी में कांग्रेस को कितना तवज्जो देगी, 'India' गठबंधन के लिए ये अहम सवाल क्यों है?