श्रीनगरः जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने आतंकी संगठनों में शामिल होने वाले स्थानीय युवाओं के पक्ष में वकालत की है. आतंकवादियों को ''भूमिपुत्र'' करार देते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उन्हें बचाने का प्रयास किया जाना चाहिए. पीडीपी प्रमुख ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में ''बंदूक संस्कृति'' खत्म करने के लिए केंद्र को आतंकवादी नेतृत्व से वार्ता करनी चाहिए.


अनंतनाग में पार्टी की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ''इस समय, पाकिस्तान और अलगाववादियों के साथ बातचीत होनी चाहिए. इसी तरह आतंकवादियों के नेतृत्व से भी बातचीत की जानी चाहिए क्योंकि उनके पास बंदूक है और केवल वहीं बंदूक की संस्कृति को खत्म कर सकते हैं.''


उन्होंने कहा, ''मेरा मानना है कि कहीं न कहीं हुर्रियत कांफ्रेंस के साथ ही आतंकवादियों से भी बातचीत करनी होगी.'' हालांकि, उन्होंने जोड़ा कि यह ''बहुत जल्दबाजी होगा (आतंकवादियों के साथ वार्ता करना).'' महबूबा ने कहा कि स्थानीय आतंकवादियों को हिंसा के रास्ते पर चलने से रोका जाना चाहिए.


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