Mehbooba Mufti और Farooq Abdullah का बीजेपी पर तंज, कहा- यूपी चुनाव के लिए हो रहा है Hijab का इस्तेमाल
Hijab Row: पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने कहा कि कुछ लोग हिन्दुस्तान के मुसलमान को मुसलमान नहीं रहने देना चाहते है. फारूख अब्दुल्ला ने कहा कि मुल्क़ हर किसी के लिए बराबर है.
Hijab Row: कर्नाटक हिजाब विवाद का मसला अभी भी शांत नहीं हुआ है. पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) और नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूख अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) भी अब इस विवाद में कूद पड़े हैं. हिजाब पर बढ़ते विवाद के बीच पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बीजेपी (BJP) पर तंज कसा है. उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि यूपी चुनाव (UP Election) के लिए हिजाब का इस्तेमाल हो रहा है. वही फारूख अब्दुल्ला का भी मानना है कि इस विवाद की वजह से देश की छवि बिगड़ी है. उन्होंने कहा कि किसी के पहनावे को लेकर मजहब पर हमला किया जा रहा है.
यूपी चुनाव के लिए हिजाब का इस्तेमाल- मुफ्ती
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यूपी चुनाव के लिए हिजाब (Hijab) का इस्तेमाल किया जा रहा है. ये लोग हिन्दूस्तान के मुसलमान को मुसलमान नहीं रहने देना चाहते है. चीन जो भारत में घुस रहा है. उस पर भारत सरकार को बात करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि आज हमारी राजनीतिक मामलों की कमेटी की बैठक थी. 5 अगस्त 2019 के बाद कश्मीर के हालत खराब हो रहे है. परीसीमन आयोग की रिपोर्ट ठीक नहीं है. जम्मू कश्मीर को कुछ लोग मजहबी मसला बनना चाहते है. आज बीजेपी और गोडसे के खिलाफ कोई बात करता है तो वह एंटी नेशनल हो जाता है. जम्मू कश्मीर में जितना खून बहता है बीजेपी को उतना ही फायदा होता है. हिजाब के बहाने भारत की छवि खराब हो रही है.
हर किसी को अपने हिसाब से पहनने और खाने का हक- फारूख
वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूख अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने अप्रत्यक्ष तौर से बीजेपी को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि मुल्क़ हर एक के लिए बराबर है. आपको हक़ है कि आप क्या पहनना, क्या खाना और कैसे रहना चाहता हैं, सबका अपना मज़हब है, लेकिन आज मज़हब पर हमला किया जा रहा है. ये कुछ कट्टरपंथी हैं जो चाहते हैं कि ये करके वे चुनाव जीत जाए. बता दें कर्नाटक में स्कूल-कॉलेजों में हिजाब पहनकर जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है. जिसके बाद से पूरे देश में इस पर बहस छिड़ी है.
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