I-Day 2022: नेहरू की तस्वीर शेयर कर राष्ट्रीय ध्वज पर भड़कीं महबूबा, बोलीं- कश्मीरियों द्वारा तिरंगा फहराने का दावा गलत
Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने स्वतंत्रता दिवस पर एक बार फिर तिरंगा पर कड़वाहट जाहिर की और कश्मीर के अलग झंडे का राग अलापा है.
Mehbooba Mufti Remark on Independence Day: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के मौके पर राष्ट्रीय ध्वज (National Flag) के प्रति नफरत जाहिर की है. महबूबा ने ट्विटर के माध्यम से पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) की एक तस्वीर साझा करते हुए कश्मीर (Kashmir) के अलग झंडे को याद किया और बीजेपी-आरएसएस (BJP-RSS) पर हमला बोला, साथ ही कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन बेशर्मी से दावा करता है कि कश्मीरी भारतीय ध्वज फहरा रहे हैं.
मेहबूबा मुफ्ती ने एक के बाद एक कई ट्वीट के जरिये हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, ''जवाहर लाल नेहरू दो झंडों के बीच खड़े थे, भारतीय राष्ट्रीय ध्वज और जम्मू-कश्मीर राज्य का झंडा, जिसे 1952 में संवैधानिक तौर पर अपनाया गया था और जिस पर बीजेपी के विभाजनकारी एजेंडा को पूरा करने के लिए बुलडोजर चला दिया गया. भारतीय ध्वज का हर आधारभूत मूल्य भी खतरे में है.''
JK admin shamelessly boasts about Kashmiris hoisting Indian flag. Truth is they were threatened to do so or else face the consequences. Post 75 years of accession, GOI used all the might at its disposal to force people here to join its charade of pseudo & monetised patriotism pic.twitter.com/2SzSLq9g2a
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 15, 2022
महबूबा ने आगे लिखा, ''ऐसा न हो कि हम भूल जाएं कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने अक्टूबर 1947 में भारतीय ध्वज को स्वीकार किया था लेकिन कुछ शर्तों और संवैधानिक गारंटी के साथ जैसे कि हमारा अपना झंडा होगा और एक अलग संविधान होगा. बीजेपी के वैचारिक अभिभावक आरएसएस ने इसे स्वीकार किया था.'' उन्होंने लिखा, ''जम्मू-कश्मीर प्रशासन बेशर्मी से दावा करता है कि कश्मीरी भारतीय झंडा फहरा रहे हैं. सच तो यह है कि उन्हें ऐसा करने की धमकी दी गई या फिर अंजाम भुगतने की धमकी दी गई.''
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