नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आज उरी से भी बड़ा आंतकी हमला हुआ है. इस हमले में 30 से ज्यादा जवान शहीद हो चुके हैं. आज ये हमला उस वक्त हुआ जब सीआरपीएफ के जवानों को श्रीनगर से पुलवामा ले जाया जा रहा था. जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस हमले की खबर मिलते ही कहा कि ये खून खराबे को बंद करने के लिए तमामा राजनीतिक पार्टियों को इकट्ठा होना चाहिए.
मुफ्ती ने कहा, ''इसकी निंदा करने के लिए मेरे पास अल्फाज नहीं हैं. उन शहीदों के परिवार का क्या हाल होगा. उन पर तूफान आ गया है कैसे संभालेंगे वो खुद को. तमाम मुल्क की जमात मिलकर इस मसले का हल निकालें ताकि खून खराबा बंद हो जाएं. सर्जिकल स्ट्राइक से हमें कुछ नहीं मिल रहा बल्कि हमारे जवान शहीद हो रहे हैं. यहां भी कश्मीर में रोज लोग मरते रहते हैं. ये खून खराबे को बंद करने के लिए तमाम राजनीतिक पार्टियों को इकट्ठा होना चाहिए. एनडीए सरकार के साथ मिलकर रास्त निकालना चाहिए.''
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के अवंतीपुरा में ये हमला उस वक्त हुआ जब सीआरपीएफ के जवानों को श्रीनगर से पुलवामा ले जाया जा रहा था. इस काफिले में सीआरपीएफ की करीब 78 गाड़ियां थीं. इस काफिले में सीआरपीएफ की 54वीं, 179वीं और 34वीं बटालियन एक साथ जा रही थीं. 54वीं बटालियन पर ये हमला आतंकियों ने 3 बजकर 37 मिनट पर पुलवामा के अवंतीपुरा में लातू मोड़ पर किया.
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जिस गाड़ी पर हमला हुआ उसमें 39 जवान सवार थे. खबरों के मुताबिक एक छोटी गाड़ी में फिदायीन हमलावर बैठा हुआ था और वो विस्फोटक से भरी गाड़ी लेकर बस से टकरा गया. इस ब्लास्ट के बाद आतंकियों ने फायरिंग भी की. पढ़ें विस्तार से- J&K: 2500 जवानों के काफिले पर आतंकियों का बड़ा हमला, 18 जवान शहीद, जैश-ए-मोहम्मद ने ली जिम्मेदारी
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