Apple Crisis: ...तो जाम कर देंगे जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे', सेब किसानों के विरोध प्रदर्शन में बोलीं महबूबा मुफ्ती
Fruit Growers Protest: नेशनल हाईवे पर सेबों से लदे ट्रक रोके जाने के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन में पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती शामिल हुईं. उन्होंने कहा कि प्रशासन जानबूझकर ऐसा कर रहा है.
Jammu Kashmir: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख और जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती(Mehbooba Mufti) ने जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे को जाम करने की धमकी दी है. वो शोपियां के अगलर में सेब किसानों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन में लगातार तीसरे दिन शामिल हुईं. ट्रकों को ना जाने देने के कारण सेब और अन्य फल खराब हो गए, जिससे किसानों और व्यापारियों को काफी नुकसान हो रहा है.
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने विरोध कर रहे लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'आपने कश्मीर को खुली जेल में बदल दिया है. हमारी अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है. मैं प्रशासन को चेतावनी देती हूं कि अगर वो तुरंत ट्रकों के लिए सड़क नहीं खोलती तो मैं अपने कार्यकर्ताओं के साथ धरना करूंगी.' उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन जानबूझकर ऐसा कर रहा है. साथ ही सवाल किया कि क्या किसानों को हुए नुकसान की भरपाई प्रशासन करेगा?
लगाया यह आरोप
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि प्रशासन कश्मीरियों के धैर्य की परीक्षा लेना बंद करिए. साथ ही बताया कि एक तरफ तो काफिले को जाने दिया जा रहा लेकिन दूसरी तरफ फल ले जाने वाले वाहनों को रोका जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर कश्मीरियों को दंडित करने की इस रणनीति को नहीं रोका गया तो मुझे विरोध में राजमार्ग पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.
" You have turned Kashmir into an open jail,pulverized our economy. I warn the administration if they don't immediately open the roads for trucks, I alongwith our workers will sit on a protest," PDP Prez, @MehboobaMufti in solidarity with protesting fruit growers at Aglar Shopian pic.twitter.com/HCMfu4DK92
— J&K PDP (@jkpdp) September 27, 2022
'अर्थव्यवस्था हो रही प्रभावित'
कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (KCCI) ने जम्मू-कश्मीर सरकार से यह सुनिश्चित करने अपील की है कि फलों से लदे ट्रक को श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय मार्ग पर से जाने दिया जाए. केसीसीआई के अध्यक्ष शेख आशिक अहमद और अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि वे इस मामले से बहुत चिंतित हैं कि सेब ले जाने वाले सैकड़ों ट्रक खासकर काजीगुंड से बनिहाल( 20 किमी) सहित नेशनल हाईवे पर फंसे हुए थे. सरकार को प्रभावी ढंग से कोई रास्ता निकालना चाहिए. समस्या के समाधान में देरी से कश्मीर की अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हो सकती है, जो कि ज्यादातर सेब के व्यापार पर निर्भर है.
सेब उत्पादकों और व्यापारियों का आरोप है कि ट्रकों को एक साथ कई दिनों तक रोका जाता है. केसीसीआई के प्रवक्ता ने भी कहा कि यदि फल समय पर जम्मू-कश्मीर के बाहर के बाजारों में नहीं पहुंचते तो इसकी गुणवत्ता बुरी तरह से प्रभावित होती है.
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