श्रीनगर: पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने रविवार को कहा कि सुरक्षाबलों को कश्मीर में कृषि भूमि और सामुदायिक हॉल सहित आम नागरिक क्षेत्रों में तैनात कर केंद्र उन्हें लोगों के साथ ‘‘सीधे टकराव’’ में डाल रहा है, जिसके ‘‘विनाशकारी परिणाम’’ हो सकते हैं.
महबूबा का इशारा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के लिए शिविरों के निर्माण के वास्ते भूमि हस्तांतरण करने के प्रशासन के हाल के फैसले की ओर था. महबूबा ने ट्वीट किया, ‘‘सुरक्षाबलों को कृषि भूमि और विवाह हॉल जैसे आम नागरिक क्षेत्रों में तैनात कर, भारत सरकार न केवल सार्वजनिक स्थानों को अवरुद्ध कर रही है, बल्कि सुरक्षाकर्मियों को लोगों के साथ सीधे टकराव में डाल रही है. इसके विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं.’’
जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र, मानवाधिकारों को कुचल रही है बीजेपी: महबूबा
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने रविवार को बीजेपी पर जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र और मानवाधिकारों को कुचलने का आरोप लगाया. पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार ‘‘अपने ही लोगों के साथ युद्ध’’ कर रही है.
मुफ्ती ने यहां कहा, ‘‘बीजेपी सरकार अफगानिस्तान को समावेशी सरकार और मानवाधिकारों पर उपदेश देती है और कश्मीर में लोगों को जेल में डाला जाता है, संवैधानिक अधिकारों की मांग के लिए देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाता है. कश्मीर में बीजेपी के लिए समावेश का मतलब केवल उन लोगों के लिए होता है जो इसके हिसाब से चलते हैं और इसके एजेंडे को आगे बढ़ाते हैं.’’
मानवीय मूल्यों एवं लोकतंत्र को कुचल रही है
पीडीपी प्रमुख जम्मू के पांच दिवसीय दौरे पर हैं. उन्होंने पार्टी मुख्यालय में पिछले दो दिनों में पार्टी कार्यकर्ताओं और विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों के साथ कई बैठकें कीं और रविवार को कई प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ताओं का पार्टी में स्वागत किया.
महबूबा ने कहा, ‘‘देश और दुनिया को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि बीजेपी दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में बहुसंख्यकवाद को कैसे लागू कर रही है. कैसे पार्टी दुनिया को लोकतंत्र, मानवाधिकारों और मानवीय मूल्यों पर उपदेश दे रही है और यह कैसे जम्मू-कश्मीर में मानवीय मूल्यों एवं लोकतंत्र को कुचल रही है.’’
पीडीपी के एक प्रवक्ता ने कहा कि महबूबा मुफ्ती शनिवार शाम सतवारी स्थित पीर बाबा की दरगाह गईं थीं.
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