महबूबा मुफ्ती का भड़काऊ बयान, बोलीं- जब तक हमारा झंडा वापस नहीं मिल जाता हम दूसरा झंडा नहीं उठा सकते
मुफ्ती ने कहा कि तिरंगे के साथ हमारा रिश्ता इस झंडे (जम्मू कश्मीर) से अलग नहीं है. जब यह झंडा (जम्मू कश्मीर) हमारे हाथों में आ जाएगा, हम वह झंडा (तिरंगा) भी उठा लेंगे.
श्रीनगर: पीडीपी चीफ और जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि जब तक उनके हाथ में जम्मू कश्मीर का झंडा नहीं आ जाता तब तक वह कोई दूसरा झंडा नहीं उठा सकती हैं.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महबूबा मुफ्ती ने टेबल पर रखे जम्मू कश्मीर के झंडे की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जब यह झंडा वापस आ जाएगा तो हम वह झंडा (तिरंगा) भी उठा लेंगे. जब तक हमें हमारा झंडा वापस नहीं मिल जाता हम दूसरा कोई झंडा नहीं उठाएंगे.
Mehbooba Mufti, PDP: Our relationship with the flag of this country is not independent of this flag (Jammu and Kashmir's flag). When this flag comes in our hand, we will raise that flag too. https://t.co/bwkwA2ggme
— ANI (@ANI) October 23, 2020
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि तिरंगे के साथ हमारा रिश्ता इस झंडे (जम्मू कश्मीर के) से अलग नहीं है. जब यह झंडा(जम्मू कश्मीर) हमारे हाथों में आ जाएगा हम वह झंडा (तिरंगा) उठा लेंगे. पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को 14 महीने की हिरासत के बाद 13 अक्टूबर को रिहा किया गया था.
बता दें कि मोदी सरकार ने पिछले साल पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का एलान किया था और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था. पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस इस फैसले का विरोध कर रही है.
हाल ही में फारूक अब्दुल्ला ने भी अनुच्छेद 370 को फिर से लागू करने की मांग की थी. उन्होंने कहा था, ''हमारी लड़ाई जारी रहेगी. चाहे फारूक अब्दुल्ला जिंदा रहे या नहीं. चाहे मंच पर रहे या नहीं रहे. अनुच्छेद 370 को बहाल करने के लिए लड़ाई जारी रहेगी. चाहे मैं फांसी पर चढ़ा दिया जाऊं.''
पीपल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन का गठन गौरतलब है कि 15 अक्टूबर को नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के आवास पर बैठक हुई और इसमें पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, पीपल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन, पीपल्स मूवमेंट के नेता जावेद मीर और माकपा नेता मोहम्मद युसूफ तारिगामी ने भी हिस्सा लिया.
करीब दो घंटे चली बैठक के बाद अब्दुल्ला ने कहा कि नेताओं ने गठबंधन बनाने का निर्णय किया, जिसका नाम ‘पीपल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन’ रखा गया है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ने कहा कि गठबंधन जम्मू-कश्मीर के संबंध में संवैधानिक स्थिति बहाल करने के लिए प्रयास करेगा, जैसा पिछले वर्ष पांच अगस्त से पहले था.
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