जम्मू/श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्य में हिंसा पर लगाम लगाने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच नए सिरे से बातचीत की पैरवी की है. दूसरी तरफ श्रीनगर में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. मुख्यमंत्री ने कुछ मीडिया समूहों पर निशाना साधा और दावा किया कि मीडिया ने ऐसा माहौल तैयार कर दिया है जिसमें बातचीत के बारे में जिक्र करना भी राष्ट्र विरोधी मान लिया गया है.


उन्होंने राज्य विधानसभा में कहा, "अगर फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती पाकिस्तान के साथ बातचीत करने को कहते हैं तो उन्हें राष्ट्र विरोधी करार दिया जाता है. बातचीत के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है. अगर हम (कश्मीरी) इस बारे में बात नहीं करेंगे तो फिर कौन करेगा? कोई बिहारी या पंजाबी थोड़े ही करेगा." श्रीनगर के कर्ण नगर इलाके में स्थित केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के कैंप पर आज सुबह आतंकवादी हमले का प्रयास विफल किए जाने के बाद से सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में अर्द्धसैनिक बल का एक जवान शहीद हो गया.


लश्कर-ए-तैयबा ने सीआरपीएफ के कैंप पर इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है. कश्मीर में इस आतंकी संगठन के सरगना ने ईमेल के जरिए जारी बयान में कहा कि उसके लोगों ने इस हमले को अंजाम दिया. अधिकारियों ने बताया कि सुबह कैंप पर हमले का उनका प्रयास विफल किए जाने के बाद आतंकवादी पास में बने एक मकान में छुप गए. मुठभेड़ के दौरान सीआरपीएफ की 49वीं बटालियन का एक जवान घायल हो गया था. कुछ घंटे बाद वह शहीद हो गया.


हथियारों से लैस आतंकवादियों ने एसएमएचएस अस्पताल के पास स्थित सीआरपीएफ कैंप पर हमला करने का प्रयास किया. गौरतलब है कि छह फरवरी को आतंकवादियों ने इसी अस्पताल से लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी नवीद जट उर्फ अबु हंजला को पुलिस हिरासत से छुड़ा लिया था.


सीआरपीएफ के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया कि कैंप में तलाशी अभियान चल रहा है. महबूबा ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तीन युद्ध हुए, लेकिन कश्मीर मुद्दे का समाधान नहीं हो सका. बता दें कि दो दिन पहले ही जम्मू के सुंजवां इलाके में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने सेना के कैंप पर हमला कर दिया था जिसमें पांच सैनिकों सहित कुल छह लोग मारे गए थे.