श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को एक बार फिर कश्मीर मुद्दे में पाकिस्तान का एक पक्ष बताया और उससे बातचीत की वकालत की. साथ ही उन्होंने कहा कि घाटी में बल प्रयोग के जरिए हालात में सुधार की उम्मीद करना हास्यास्पद है. उनका इशारा गृहमंत्री राजनाथ सिंह की तरफ था.
उन्होंने कहा, ‘‘1947 से विभिन्न सरकारें कश्मीर को सुरक्षा के नजरिए से देखती रही हैं. यह एक राजनीतिक समस्या है और पाकिस्तान सहित सभी पक्षों को शामिल करते हुए इसके राजनीतिक हल की जरूरत है.’’ अमित शाह ने शनिवार को नई दिल्ली में जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात की थी.
इस दौरान उन्हें जम्मू-कश्मीर की स्थिति से अवगत कराया गया था. बैठक के बाद राज्यपाल ने कहा था, "गृहमंत्री के साथ घाटी में कानून-व्यवस्था और सीमांत इलाकों में कानून-व्यवस्था के हालात पर मेरी संक्षिप्त चर्चा हुई."
कश्मीर मसले पर भारत किसी भी अन्य देश से बातचीत के पक्ष में नहीं रहा है. जबकि कश्मीर की स्थानीय पार्टियां लगातार पाकिस्तान से बातचीत की बात कहती रही है. वहीं जम्मू-कश्मीर में हिंसा को लेकर भी ये दल केंद्रीय सुरक्षाबलों को जिम्मेदार ठहराती रही है.