Mehbooba Mufti on Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार को धमकी दी है. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अगर जम्मू-कश्मीर पर बातचीत शुरू नहीं की गई तो गंभीर नतीजे भुगतने होंगे. उन्होंने अफगानिस्तान और अमेरिका का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि सरकार को पड़ोस में देखना चाहिए कि कैसे अमेरिका को भागना पड़ा.
पीडीपी अध्यक्ष ने कहा, "जम्मू कश्मीर एक ऐसी रियासत है जो दुनिया में कहीं नहीं है. यहां के लोग बुजदिल नहीं हैं. यहां के लोग हिम्मत वाले हैं. क्योंकि सब्र करने के लिए ज्यादा हिम्मत की जरूरत होती है. उन्होंने कहा, “गांधी जी कहते थे कि नॉन वॉयलेंस (अहिंसा) के लिए ज्यादा हिम्मत होनी चाहिए. पत्थर उठाने के लिए हिम्मत की जरूरत नहीं है. बंदूक उठाने के लिए ज्यादा हिम्मत की जरूरत नहीं है, चाहे वो वर्दी में हो या यहां के नौजवान के हाथों में हो. हिम्मत चाहिए बर्दाश्त करने के लिए जो अभी जम्मू-कश्मीर के लोग यहां कर रहे हैं."
इसके आगे उन्होंने कहा, "मगर जिस वक्त ये बर्दाश्त का बांध टूट जाएगा तब आप रोक नहीं पाओगे, मिट जाओगे. बार बार मैं कहती हूं कि हमारा इम्तिहान मत लो. सुधर जाओ, संभल जाओ. पड़ोस (अफगानिस्तान) में देखो क्या हो रहा है...इतनी बड़ी अमेरिका, उनको भी वहां से बोरिया-बिस्तर लेकर वापस जाना पड़ा. और आपको मौका है अभी भी कि जिस तरह वाजपेयी जी ने जम्मू-कश्मीर में बातचीत शुरू की थी...उसी तरह आप भी जम्मू कश्मीर में बातचीत का सिलसिला शुरू कीजिए. जो आपने गैर कानूनी तरीके से लूटा है...जो जम्मू-कश्मीर के टुकड़े टुकड़े कर दिए, इस गलती को सुधारो, नहीं तो बहुत देर हो जाएगी."
बीजेपी पर किया वार, कांग्रेस के लिए क्या कहा?
इसके अलावा उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि वह देश के टुकड़े टुकड़े कर रही है. वहीं पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की तारीफ की. उन्होंने कहा कि भारत कई मजहबों और विविधताओं का जमावड़ा है. कांग्रेस ने इस मुल्क को बचाकर रखा. उनमें भी कुछ गलतियां रही होंगी. अब जो पिछले पांच सालों से भारत में हो रहा है कि उससे लगता है कि बीजेपी इस मुल्क तो टुकड़े टुकड़े करना चाहती है. मजहब के नाम पर लोगों को बांटना चाहती है.
पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि जम्मू कश्मीर भारत में जवाहर लाल नेहरू की वजह से मिला, बीजेपी की वजह से नहीं. नेहरू बेहद ही सेक्यूलर और डेमोक्रेकिटक थे. वे हिंदू मुस्लिम भाईचारे में यकीन रखते थे. उन्होंने आरोप लगाया कि अभी की सरकार जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है.
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