नई दिल्ली: PNB घोटाले के बाद देश से फरार हुए मेहुल चौकसी से जुड़ा धोखाधड़ी का एक और मामला सामने आया है. उनपर आरोप है कि उन्होंने इंजीनियरिंग के सात छात्रों के पैसे का भी गबन किया है. राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (आरआईईटी) से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके 7 लड़कों ने आरोप लगाया है कि चौकसी ने पिछले दो सालों से उनके पैसे नहीं लौटाए. लड़कों ने मामले में चौकसी को कोर्ट में घसीटा है. दिल्ली के साकेत कोर्ट में इससे जुड़ा एक मामला भी चल रहा है.
छात्रों ने साल 2013 में दिल्ली के राजौरी गार्डन में गीतांजलि ज्वैलर्स की रिटेल शॉप खोलने के लिए फंड जुटाए थे. इसके लिए इन्होंने अपने परिवार वालों की कीमती चीज़ों को गिरवी तक रख दिया था. इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर वैभव खुरानिया (24) और आईटी इंजीनियर दीपक बंसल (23) के नेतृत्व में आरएम ग्रीन सॉल्यूशन नाम की एक रिटेल फ्रेंचाईजी खोली गई थी. उनके सपनों को तब चकनाचूर हो गए जब उन्होंने 1.5 करोड़ रुपये सेक्योरिटी के तौर पर जमा कराए थे लेकिन उन्हें थर्ड क्लास के पुराने हीरे दिये गए थे.
इंजीनियरों ने इस सिलसिले में साकेत कोर्ट का रुख किया है. कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि अगर चौकसी पर आरोप सही पाए जाते है तो उनपर कड़ी कार्रवाई होगी. उन्होंने इससे पहले चौकसी पर एफआईआर दर्ज कराई थी जिसमें उन्होंने कहा था कि चौकसी की कंपनी ने कई मैसेज, कॉल और ई-मेल भेजे जाने के बावजूद जमा किए गए पैसे वापिस करने से इंकार कर दिया. इस एफआईआर को खारिज कराने के लिए चौकसी अगस्त 2017 में दिल्ली हाई कोर्ट भी गए थे.