Tripura: गृह मंत्रालय में बुधवार (04 सितंबर) को भारत सरकार, त्रिपुरा सरकार, एनएलएफटी (नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा) और एटीटीएफ (ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स) के बीच त्रिपुरा शांति समझौते के ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए. इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा और अन्य लोग मौजूद रहे. 




 

गृह मंत्री अमित शाह ने भारत सरकार, त्रिपुरा सरकार, NLFT और ATTF के बीच समझौता ज्ञापन पर हुए हस्ताक्षर के बाद खुशी जताई. अमित शाह ने कहा, "आज हम सभी के लिए खुशी की बात है कि 35 वर्षों से चल रहे संघर्ष के बाद आप हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं और संपूर्ण त्रिपुरा के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है."

 

पीएम मोदी की तारीफों के बांधे पुल

 

गृह मंत्री अमित शाह ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, "जब से मोदी देश के प्रधानमंत्री बने हैं तब से उन्होंने शांति और संवाद के जरिए सक्षम और विकसित पूर्वोत्तर का विजन देश के सामने रखा है. पूर्वोत्तर के लोगों और दिल्ली के बीच काफी दूरी थी. उन्होंने न केवल सड़क, रेल और हवाई संपर्क के माध्यम से इस दूरी को मिटाया बल्कि लोगों के दिलों के बीच की दूरियों को भी मिटाया.”

 

कितने उग्रवादियों ने किया आत्मसमर्पण?

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, " यह समझौता पूर्वोत्तर के लिए 12वां और त्रिपुरा से जुड़ा तीसरा समझौता है. अब तक लगभग 10,000 उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है, हथियार छोड़ दिए हैं और मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं. आज (बुधवार, 04 सितंबर) एनएलएफटी और एटीटीएफ के साथ समझौते और आत्मसमर्पण के साथ लगभग 328 से अधिक सशस्त्र कैडर मुख्यधारा में शामिल हो जाएंगे."


बता दें कि त्रिपुरा CM माणिक साहा केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में भारत सरकार, त्रिपुरा सरकार, एनएलएफटी और एटीटीएफ के बीच समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए नॉर्थ ब्लॉक पहुंचे थे. 


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