नई दिल्ली: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के दिल्ली स्थित सरकारी आवास में तोड़फोड़ करने के आरोप में गिरफ्तार हिंदू सेना के ललित कुमार को बुधवार को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. जबकि संगठन के चार अन्य गिरफ्तार सदस्यों सचिन, शिवम और दो अन्य (दोनों का नाम विजय है) को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.
ललित कुमार, हिंदू सेना की दिल्ली विंग का प्रमुख है. पिछले तीन साल से वह हिंदू सेना के साथ जुड़ा है और इस दौरान कई रैलियों में भाग लिया है. वह एक कॉलेज ड्रॉपआउट है. बाकी गिरफ्तार किए गए चार लोगों में एक नर्सिंग कर्मचारी जिसने लॉकडाउन के दौरान अपनी नौकरी खो दी, एक ऑटोरिक्शा चालक है और दो कारखाने में काम करते हैं. ये वे पांच लोग हैं जिनपर मंगलवार को दिल्ली के अशोक रोड पर सांसद असदुद्दीन ओवैसी के घर में तोड़फोड़ का आरोप है.
"ये सभी निर्दोष हैं"
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, ये सभी पांच आरोपी हिंदू सेना के साथ जुड़े हैं. हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा, "पांच लोग सालों से हमारे साथ काम कर रहे हैं. असदुद्दीन ओवैसी लगातार हिंदू विरोधी बयान दे रहे हैं. ओवैसी का भाषण सुनकर ललित कुमार काफी आहत हो गए थे. हम उसके माता-पिता से बात कर रहे हैं और उसे रिहा कराने की कोशिश कर रहे हैं. वे सभी निर्दोष हैं. ओवैसी हमले के बारे में झूठ बोल रहे हैं. कुमार और उनके दोस्त कभी किसी को चोट नहीं पहुंचाएंगे."
रिपोर्ट के अनुसार, ललित कुमार के पिता मंडोली में निर्माण सामग्री बेचते हैं और परिवार में अकेले कमाने वाले हैं. ललित ने एक प्राइवेट कॉलेज में दाखिला लिया था, फिर बीच में ही कॉलेड छोड़ दिया था और हिंदू सेना में शामिल हो गए. अन्य आरोपियों में से दो, शिवम सिंह ने दो साल पहले दिल्ली में नर्सिंग का कोर्स किया था और गाजियाबाद के एक अस्पताल में काम किया था, लेकिन लॉकडाउन के दौरान उनकी नौकरी चली गई. वहीं विजय ऑटोरिक्शा चालक का काम करता है और मंडोली में अपने परिवार के साथ रहता है.
ये भी पढ़ें-
दिग्विजय सिंह ने हिन्दू-मुस्लिम आबादी का समझाया गणित, बोले- 2028 तक जन्मदर हो जाएगी बराबर