नई दिल्ली: तोक्यो ओलंपिक में आज भारतीय हॉकी टीम ने इतिहास रच दिया है. सिमरनजीत सिंह के दो गोल की बदौलत भारत ने रोमांच की पराकाष्ठा पर पहुंचे कांस्य पदक के प्ले आफ मुकाबले में जर्मनी को 5-4 से हराकर ओलंपिक में 41 साल बाद कांस्य पदक जीता. भारतीय हॉकी टीम की इस उपलब्धि के बाद देश में जश्न का माहौल है. नेताओं ने भी ट्वीट करके भारतीय हॉकी टीम को बधाईयां दी हैं.


अमरिंदर सिंह ने क्या कहा?


पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है, ‘पुरुषों की हॉकी टीम के रूप में देश के लिए एक गर्व और ऐतिहासिक क्षण. ओलंपिक में जर्मनी को एक हराकर कांस्य पदक जीता. 41 साल बाद ये एक जबरदस्त उपलब्धि और हॉकी कांस्य सोने के लायक है. बधाई हो.’’



अनुराग ठाकुर ने क्या कहा?


केंद्रीय खेल और सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है, ‘’हमारी पुरुष हॉकी टीम ने आज फिर से ओलंपिक इतिहास की किताबों में अपना दबदबा बनाया और अपने भाग्य को परिभाषित किया! हमें आप पर बेहद गर्व है.’’



केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमम ने कहा, ‘’ताली बजाकर कांस्य पदक जीतने पर बधाई. आप धैर्य के साथ खेले और रोमांचित कर दिया. दशकों के इंतजार के बाद.’’


राहुल गांधी ने क्या कहा?


कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, ''भारतीय पुरुष हॉकी टीम को बधाई. यह बहुत बड़ा क्षण है. पूरे देश को आपकी उपलब्धि पर गर्व है. आप इस जीत के काबिल हैं.’’


वहीं, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''आज टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ऐतिहासिक प्रदर्शन कर कांस्य पदक जीता है. आज की सफलता ने भारतीय हॉकी के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय को जोड़ा है. 'टीम इंडिया' की इस अविस्मरणीय उपलब्धि पर पूरे देश को गर्व है. हार्दिक बधाई 'टीम इंडिया'. जय हिन्द!''


बता दें कि आठ बार की ओलंपिक चैंपियन और दुनिया की तीसरे नंबर की भारतीय टीम एक समय 1-3 से पिछड़ रही थी, लेकिन दबाव से उबरकर आठ मिनट में चार गोल दागकर जीत दर्ज करने में सफल रही. भारत के लिए सिमरनजीत सिंह (17वें मिनट और 34वें मिनट) ने दो जबकि हार्दिक सिंह (27वें मिनट), हरमनप्रीत सिंह (29वें मिनट) और रूपिंदर पाल सिंह ने एक-एक गोल किया.


भारतीय टीम ने 1980 मास्को ओलंपिक में जीता था आखिरी पदक


भारतीय टीम ने टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन ने ना सिर्फ कांस्य पदक जीता बल्कि सभी का दिल भी जीतने में सफल रही. आस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे ग्रुप मैच में 1-7 की करारी हार के बावजूद भारतीय टीम अपने बाकी चारों ग्रुप मैच जीतकर दूसरे स्थान पर रही. टीम को सेमीफाइनल में विश्व चैंपियन बेल्जियम को शुरुआती तीन क्वार्टर में कड़ी चुनौती देने के बावजूद 2-5 से हार झेलनी पड़ी. भारतीय टीम 1980 मास्को ओलंपिक में अपने आठ स्वर्ण पदक में से आखिरी पदक जीतने के 41 साल बाद ओलंपिक पदक जीती है.


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