नई दिल्ली: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एक बैठक के दौरान कहा है कि पुरुषों को होम साइंस की पढ़ाई के लिए और महिलाओं को मार्शल आर्ट्स सीखने के लिए प्रेरित करना चाहिए, ताकि स्त्री-पुरुष को लेकर समाज में फैला भेदभाव खत्म किया जा सके.
16 साल में पहली बार महिलाओं के लिए राष्ट्रीय पॉलिसी का अवलोकन करने के लिए बुलाई गई जीओएम की बैठक में वर्तमान में महिलाओं के सामने चुनौतियों के मुद्दे पर चर्चा हुई जिसमें खासतौर पर उनके स्वास्थ्य और शिक्षा और रोजगार को लेकर बात हुई जिसकी अध्यक्षता सुषमा स्वराज ने की.
हालांकि सुषमा स्वराज ने ये भी कहा कि महिला और पुरुष दोनों ही काम करते हैं लेकिन पुरुषों के विपरित महिलाओं पर काम का बोझ ज्यादा होता है.
स्वराज के इस बयान पर उनके पति गवर्नर स्वराज ने इसको शेयर करते हुए मजाकिया लहजे में लिखा, ‘आने वाला वक्त खराब है.’
उस इस बैठक में कुल 11 लोग शामिल थे. जिसमें मंत्री निर्मला सीतारमण, रवि शंकर प्रसाद, वेंकैया नायडु और महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी भी शामिल थीं.