मुंबई: बढ़े हुए बिजली बिल पर MERC ने दी राहत, कंपनियों को मामला सुलझाने के निर्देश
मुंबई में आम लोगों के साथ ही फिल्म स्टार्स ने मई-जून महीने के लिए बढ़े हुए बिल का मुद्दा उठाया था.MERC ने कंपनियों से कहा है कि जब तक मामले का समाधान नहीं होता, बिजली आपूर्ति में कटौती न हो.
मुंबईः देश की आर्थिक राजधानी मुंबई और आसपास के इलाकों में जून महीने में अधिक बिजली के बिल आने से उपभोक्ताओं ने अलग-अलग माध्यमों से शिकायत की. मुंबई के आम लोग हो या फिर मुंबई के फिल्मी सितारे, बिजली उपभोक्ताओं ने जून में आए बढ़े हुए बिजली बिल को लेकर आवाज उठाई. लोगों की शिकायत के बाद महाराष्ट्र इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन ने पावर सप्लाई करने वाली कंपनियों को निर्देश दिया है कि जब तक ग्राहकों की समस्या का समाधान ना हो जाए, तब तक उनके घरों की बिजली कटौती ना की जाए. साथ ही कमीशन ने कई आदेश जारी किए हैं.
MERC ने बिजली कंपनियों को दिए निर्देश
महाराष्ट्र इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमिशन (MERC) ने MSEDCL, अदानी इलेक्ट्रिसिटी, टाटा पावर, बेस्ट (BEST) इन चार बिजली प्रदाता कंपनियों को जून महीने के बिजली बिल के आधार पर बिजली कटौती न करने का आदेश जारी किया है.
एमईआरसी ने कहा, “अगर उपभोक्ता बिजली उपलब्ध कराने वाली कंपनी के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं, तो उपभोक्ता ग्रिवांस रिड्रेसल फोरम में अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं, जिसका विषय उच्च स्तर तक सुना जाएगा. ग्राहकों के बिजली बिल के मुद्दे को कमीशन ने बहुत गंभीरता से लिया है और ग्राहकों को किसी प्रकार की तकलीफ ना हो इसका ध्यान रखा गया है.”
MERC ने बिजली कंपनियों को जारी किए गए अपने आदेश में कहा, “जिस ग्राहक का मार्च से मई महीने तक के बिजली बिल के औसत से दोगुना बिल जून महीने में आया है, उन्हें टुकड़ों में (EMI द्वारा) बिल अदा करने की रियायत दी जाए. बिजली कंपनियां सिर्फ इस काम के लिए एक हेल्प डेस्क या ग्रिवांस ऑफिसर को नियुक्त करें जो बिजली विभाग के डिवीजन या सबडिवीजन लेवल पर काम करें और ग्राहकों की समस्या को शिकायत के 1 दिन के भीतर हल करें.”
'ऑनलाइन उपलब्ध कराएं बिल की जानकारी और टैरिफ प्लान'
एमईआरसी ने कहा कि ग्राहकों को ऑनलाइन सॉफ्टवेयर की सुविधा उपलब्ध कराई जाए जिससे खुद बिल का मूल्यांकन कर सकें. यूनिट के इस्तेमाल, मीटर रीडिंग, उचित बिजली दर, टैरिफ प्लान लाभ या पिछले बिल की तुलना जैसे सुविधा ऑनलाइन सॉफ्टवेयर में उपलब्ध हो. एमईआरसी ने कहा कि बिजली बिल संबंधी किसी भी प्रकार का टैरिफ चार्ज नहीं बढ़ाया गया है. अप्रैल में बिजली दरों में कटौती के बाद रिहायशी बिजली बिल में गिरावट हुई है.
गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान मुंबई और इसके आस-पास के इलाकों में रहने वाले लोगों को बिजली बिल का झटका लगा है. आम लोगों की शिकायत है कि इस लॉकडाउन के दौरान मई और जून महीने का बिजली बिल पिछले महीनों की तुलना में दोगुना या तीनगुना आया है.
तापसी पन्नू-रेणुका शहाणे ने भी उठाया था मुद्दा
मुम्बई में बढ़े हुए बिजली के बिल सिर्फ आम लोग ही नहीं, बल्कि कई सेलिब्रिटी ने भी आवाज उठाई है और ट्विटर पर अपना बिजली का बिल दिखाते हुए बताया है कि उनका बिजली का बिल 4 गुना तक बढ़ गया है. एक्ट्रेस तापसी पन्नू ने बताया की उनका मई महीने का बिजली बिल 3850 रुपए आया और जून महीने का बिल 36,000 आया है.
एक्ट्रेस रेणुका शहाणे ने बताया कि उनका बिजली बिल मई महीने में 5510 रुपए आया था, जो जून महीने में 29,700 आया है. एक्टर वीर दास और डिनो मोरया जैसे एक्टर ने भी बढ़े बिजली बिल को लेकर लोगो से पूछा कि क्या उनका बिजली बिल बढ़ा है?
एबीपी न्यूज ने पड़ताल शुरू की और मुम्बई के अलग-अलग इलाको में जाकर गरीब, मिडिल क्लास, आर्थिक रूप से सक्षम लोगों के घर-घर जाकर देखा और उनके पिछले 3 से 6 महीने के बिल की तुलना कर पाया कि मई/जून 2020 महीने का बिल पहले की तुलना में ज्यादा आया है.
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