जानें 2017-18 से चीन से आयात कितना घटा है, लोकसभा में सरकार ने दी जानकारी
लोकसभा में कॉमर्स मिनिस्ट्री ने जो जानकारी दी है उसके हिसाब से साल 2017-18 से चीन से सामान का आयात घटा है.
नई दिल्ली: सीमा पर तनाव के बीच हाल के दिनों में लोगों ने ‘बायकॉट चाइना’ का नारा दिया. सामाजिक संगठनों और आम लोगों ने चीन में बने सामान के बहिष्कार करने का मन बनाया ताकि उसे आर्थिक मोर्च पर झटका दिया जाए. इस बीच सरकार ने लोकसभा में चीन के साथ आयात को लेकर ब्यौरा दिया.
मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स ने लोकसभा में जो जानकारी दी है उसके मुताबिक चीन से आयात में गिरावट देखी गई है और ये 2017-18 से लगातार जारी है. मंत्रालय के मुताबिक, साल 2017-18 के दौरान चीन से 76.38 बिलियन डॉलर का सामान आयात किया गया था. साल 2018-19 में इसमें गिरावट देखी गई और ये घटकर 70.31 बिलियन डॉलर पर आ गया.
Merchandise imports from China were $76.38 billion in 2017-18, which decreased to $70.31 billion in 2018-19 & to $65.26 billion in 2019-20. It was $11.01 billion during April-June of 2020-21 as compared to $17.26 billion for the same period in 2019-20: Ministry of Commerce in LS
— ANI (@ANI) September 21, 2020
ये गिरावट आगे भी जारी रही. वहीं 2019-20 में ये घटकर 65.26 बिलियन पर आ गया. वहीं 2019-20 के अप्रैल-जून तिमाही में ये 17.26 बिलियन डॉलर पर था जो कि 2020-21 के अप्रैल-जून की तिमाही 11.01 बिलियन डॉलर पर आ गया.
सरकार ने जो आंकड़े बताएं हैं उसमें 2020-21 के अप्रैल-जून के आयात पर सीमा विवाद का असर देखा गया है, ऐसा कहा जा सकता है क्योंकि ये सबसे कम है. इस बीच सीमा पर तनाव घटाने के लिए भारत और चीन के वरिष्ठ सैन्य कमांडरों ने पूर्वी लद्दाख में तनाव कम करने और सैनिकों की वापसी पर दोनों देशों के बीच बनी पांच सूत्रीय सहमति को लागू करने के लिए सोमवार को वार्ता की.
सरकारी सूत्रों ने बताया कि छठे दौर की कोर कमांडर स्तर की वार्ता पूर्वी लद्दाख में भारत के चुशूल सेक्टर के पार वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की तरफ स्थित मोल्डो में सुबह करीब नौ बजे शुरू हुई. भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई भारतीय सेना की लेह स्थित 14 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह कर रहे हैं.
सिख लड़की की गुमशुदगी पर भारत ने चार दिनों में दूसरी बार किया पाक राजनयिक को तलब