नई दिल्ली: पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, गुजरात, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र में भी आज भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. वहीं, उत्तर प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान, विदर्भ, छत्तीसगढ़, झारखंड, असम, तेलंगाना, मेघालय में भारी बारिश हो सकती है.
दिल्ली और गुरुग्राम समेत देश के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण गुरुवार को सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ और उफनायी नदियों की बाढ़ से उत्तर प्रदेश के 16 जिलों के 870 से अधिक गांव प्रभावित हैं.
बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र से हुई बारिश के बाद ओडिशा के कई स्थानों पर बिजली गुल हो गई और सड़क संपर्क टूट गया और निचले इलाकों में पानी भर गया. जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के कारण कई जगह हुए भूस्खलन से 270 किलोमीटर लंबा जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गया.
राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के इलाकों में गुरुवार को भी बारिश जारी रहने से कई इलाकों में और प्रमुख मार्गों पर जलभराव हुआ, जिससे सुबह-सुबह यातायात बाधित हुआ. कई इलाकों में पेड़ों के गिरने और सम्पत्ति को नुकसान पहुंचने की भी खबर है. आयानगर मौसम केन्द्र में बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे से लेकर गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 122.8 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो कि सामान्य से 11 गुना अधिक है.
सड़कों पर घंटों फंसे रहे लोग
शहर में हर साल 19 अगस्त सुबह साढ़े आठ बजे से 20 अगस्त सुबह साढ़े आठ बजे के बीच औसतन 11.3 मिमी बारिश होती है. सफदरजंग वेधशाला में 54.8 मिमी बारिश दर्ज की गई. पालम मौसम केन्द्र में इस दौरान 89.1 मिमी, लोधी रोड और रिज मौसम केन्द्र में क्रमश: 62.4 तथा 77.3 मिमी बारिश दर्ज की गई. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय अनुमान केन्द्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि शुक्रवार सुबह तक मध्यम बारिश जारी रहेगी. इसके बाद शहर में छिटपुट बारिश की संभावना है.
गुरुग्राम में भी कई जगह पानी भरे होने की वजह से लोग घंटों तक सड़कों पर फंसे रहे. लोगों और वाहनों के पानी में फंसे होने की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं. हरियाणा के कुछ स्थानों पर गुरुवार को भारी बारिश हुई जबकि पड़ोसी पंजाब के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अपने बुलेटिन में कहा कि पूर्वी राजस्थान के दूरदराज के क्षेत्रों में भारी से भारी बारिश हुई और कोंकण तथा गोवा, तेलंगाना, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर राज्यों असम तथा मेघालय के दूरदराज के क्षेत्रों में भारी बारिश हुई.
विभाग ने ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और गुजरात में और बारिश होने का अनुमान जताया है.
उत्तर प्रदेश में बाढ़ से 578 गांव बने टापू
उफनायी नदियों की बाढ़ से उत्तर प्रदेश के 16 जिलों के 875 गांवों में जनजीवन अस्तव्यस्त है. इनमें से 578 का सम्पर्क बाकी क्षेत्रों से कट गया है.
प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने गुरुवार को बताया कि इस समय खतरे के निशान से ऊपर बह रही शारदा, राप्ती और घाघरा नदियों की बाढ़ से प्रदेश के आम्बेडकर नगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फर्रूखाबाद, गोण्डा, गोरखपुर, लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, पीलीभीत, संतकबीर नगर तथा सीतापुर के 875 गांव प्रभावित हैं. इनमें से 578 गांव टापू से बन गये हैं और उनका सम्पर्क अन्य स्थानों से पूरी तरह कट गया है.
ओडिशा में भारी बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया और मकानों को नुकसान हुआ. विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पी के जेना ने कहा कि राज्य में बुधवार से 59 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई. अधिकारियों ने बताया कि नबरंगपुर जिले में सबसे अधिक 130.6 मिमी बारिश हुई.
जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के बाद कई स्थानों पर भूस्खलन से रामबन जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गया जिससे 200 से अधिक वाहन फंस गये. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
केरल में अबतक 63 की मौत
केरल के इडुक्की जिले में पेत्तीमुदी स्थित भूस्खलन स्थल से गुरुवार को एक अज्ञात महिला का शव बरामद किये जाने के साथ ही मृतक संख्या बढ़कर 63 हो गई है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि शेष सात लापता लोगों की तलाश जारी रहेगी. एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, भूस्खलन स्थल से लगभग 14 किमी दूर पुथुकुझी में एक नदी तट के पास शव मिला.
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