#MeToo: रेप का आरोप लगाने वाली महिला पत्रकार का एम जे अकबर के बयान पर पलटवार, कहा- सहमति से नहीं बने थे संबंध
पत्रकार ने अकबर पर निशाना साधते हुए महिला पत्रकार ने कहा, "एक ऐसा रिश्ता जो खौफ पैदा कर सत्ता का गलत इस्तेमाल कर बनाया जाए तो वह सहमति से बना रिश्ता नहीं होता है."
नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर पर रेप का आरोप लगाने वाली अमेरिकी महिला पत्रकार ने शनिवार को अकबर के उस बयान को झूठा करार दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि दोनों के बीच 'सहमति से संबंध' बने थे. महिला पत्रकार ने शुक्रवार को 'वॉशिंगटन पोस्ट' में एक आलेख में बताया था कि किस तरह से अकबर ने उनके साथ कथित तौर पर रेप किया. उस समय अकबर 'द एशियन एज' अखबार के संपादक थे. महिला पत्रकार ने अकबर के साथ काम करने और प्रताड़ित होने की अपनी पूरी कहानी विस्तार से लिखी है.
महिला पत्रकार ने अकबर के बयान को किया खारिज
महिला पत्रकार के आलेख सामने आने के बाद एम जे अकबर उन पर लगाए गए रेप के आरोपों को खारिज कर दिया था. अब महिला पत्रकार ने पलटवार करते हुए अकबर के बयान को खारिज कर दिया है. अकबर के इनकार के बाद महिला पत्रकार ने ट्वीट में कहा, "मेरे साथ गलत हरकत करने और अन्य युवा महिलाओं को अपना शिकार बनाने की जिम्मेदारी लेने के बजाए अकबर कह रहे हैं कि संबंध सहमति से बने थे. ऐसा नहीं था."
पत्रकार ने अकबर पर निशाना साधते हुए महिला पत्रकार ने कहा, "एक ऐसा रिश्ता जो खौफ पैदा कर सत्ता का गलत इस्तेमाल कर बनाया जाए तो वह सहमति से बना रिश्ता नहीं होता है."
महिला पत्रकार ने अपने बयान में कहा, "मैंने जो बातें अपने लेख में कही हैं, मैं उस पर कायम हूं. मैं सच बोलना जारी रखूंगी ताकि उनके तरफ से सताई गई अन्य महिलाओं को भी यह अहसास हो सके कि आगे आकर सच्चाई बताना ठीक है."
एम जे अकबर का बयान
अकबर ने शुक्रवार को कहा कि दोनों के बीच 'सहमति से संबंध' बने थे. यहां तक कि अकबर की पत्नी ने उस महिला पत्रकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है. इस मामले पर अपनी सफाई देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''29 अक्टूबर 2018 को वाशिंगटन पोस्ट ने 23 साल पहले होने वाली घटनाओं के बारे में गुप्त और गैर-जरूरी सवालों की एक सीरीज मेरे वकीलों को भेजी थी. ये आरोप झूठे थे, जिसका उत्तर नहीं दिया गया था.''
न्यूज़ एजेंसी एनआई को बयान देते हुए एम जे अकबर ने कहा, ''2 नवंबर 2018 को वाशिंगटन पोस्ट ने महिला पत्रकार की तरफ लिखे एक लेख को छापा है, जिसमें मेरे खिलाफ महिला पत्रकार ने अपने रेप और हिंसा के झूठे आरोपों का विवरण दिया है. इस लेख को पढ़ने के बाद कुछ सच्चाई पर प्रकाश डालना अब आवश्यक हो गया है.''
अकबर ने कहा, ''साल 1994 के आस-पास मेरे और महिला पत्रकार के बीच आपसी सहमति से संबंध बना जिसमें कई महीने बीत गए. यह संबंध मेरे घरेलू जिंदगी में कलह का कारण बना. यह संबंध एक बुरे नोट पर खत्म हुआ.''
एम जे अकबर ने कहा कि जो लोग उनके साथ काम कर चुके हैं वो उनकी कही हुई इस बात की गवाही जरूर देंगे कि कार्यस्थल पर महिला पत्रकार के साछ ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है जिसका उन्होंने अपने लेख में किया है. अकबर के मुताबिक, महिला पत्रकार की तरफ से लगाए सारे आरोप बेबुनियाद हैं.
एम जे अकबर के बचाव में आईं उनकी पत्नी मल्लिका अकबर
पूर्व केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर ने अमेरिका में रह रहीं महिला पत्रकार की तरफ से लगाए गए रेप के आरोपों को नकारते हुए दावा किया कि कई महीनों तक उनके बीच आपसी सहमति से संबंध रहा था. यह संबंध उनके पारिवारिक कारण भी बना. अब इस मामले पर एम जे अकरब की पत्नी का भी बयान आया है.
एक अलग बयान में उनकी पत्नी मल्लिका अकबर ने भी ‘वाशिंगटन पोस्ट’ के एक आलेख में लगाए गए महिला पत्रकार के आरोपों को खारिज करते हुए इसे झूठ करार दिया है. अपने बयान में मल्लिका ने कहा, ‘‘20 साल से पहले महिला पत्रकार के कारण हमारे घर में नाराजगी और कलह की स्थिति थी. मुझे देर रात की फोन कॉल से उसके बारे में और मेरे पति की सहभागिता और मेरी मौजूदगी में उसके प्रति लगाव का पता चला.’’ उन्होंने कहा, ‘‘झूठ कहने के लिए मैं उस महिला पत्रकार की वजह नहीं जानती लेकिन यह झूठ है.’’
लगभग दर्जनभर महिला पत्रकारों ने अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है, जिसके बाद अकबर ने विदेश राज्यमंत्री के पद से 17 अक्टूबर को इस्तीफा दे दिया था. अकबर पर सबसे पहले आरोप लगाने वाली पत्रकार के खिलाफ पूर्व मंत्री ने आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया है.