नई दिल्ली: यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर आरोप लगाने वाली महिलाओं के खिलाफ कोर्ट का रुख कर सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक अकबर आज अदालत में आपराधिक मानहानि का मामला दायर कर सकते हैं. कल सुबह विदेश से लौटे बीजेपी नेता और पूर्व पत्रकार अकबर ने आरोपों पर सफाई देते हुए कहा था, ‘‘ मेरे खिलाफ लगाए गये दुर्व्यवहार के आरोप झूठे और मनगढंत हैं. इन झूठे और बेबुनियाद आरोपों से मेरी छवि को अपूर्णीय क्षति पहुंची है. मैं इन आरोपों पर जल्द जवाब नहीं दे सका क्योंकि मैं विदेश की आधिकारिक यात्रा पर था.’’


एमजे अकबर पर कम से कम 10 महिला पत्रकारों ने सोशल मीडिया पर चल रहे #MeToo कैंपेन के तहत यौन शोषण के आरोप लगाए हैं. सभी आरोप तब के हैं जब एमजे अकबर मीडिया संस्थानों में ऊंचे ओहदे पर थे. प्रिया रमानी, गजाला वहाब, शुमा राहा, अंजु भारती और शुतापा पॉल जैसी पत्रकारों ने अकबर पर आरोप लगाए हैं.


अकबर ने अपने ऊपर लगे आरोपों को आगामी लोकसभा चुनाव से जोड़ते हुए कहा कि 2019 में होने वाले आम चुनावों से कुछ महीने पहले ‘मी टू’ तूफान क्यों उठा है? उन्होंने कहा,‘‘आम चुनाव से पहले यह तूफान क्यों उठा है? क्या कोई एजेंडा है? आप ही फैसला करें.’’


कांग्रेस इस्तीफे पर अड़ी
अकबर ने इस्तीफे की मांग संबंधी सवाल पर चुप्पी साधे रखी. वहीं कांग्रेस लगातार अकबर के इस्तीफे की मांग पर अड़ी है. कांग्रेस ने कहा कि केंद्रीय मंत्री के खिलाफ आरोपों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बोलना चाहिए. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर बोलना चाहिए. सवाल केवल सरकार के नैतिक अधिकार का नहीं बल्कि प्रधानमंत्री की खुद की और उनके पद की गरिमा का भी सवाल है.’’


आरोपों पर अकबर का जवाब
विदेश राज्यमंत्री ने कहा कि रमानी ने एक साल पहले एक पत्रिका में लेख लिखकर उनके खिलाफ अभियान छेड़ा था. अकबर ने कहा, ‘‘हालांकि उन्होंने मेरा नाम नहीं लिया था क्योंकि वह जानती थीं कि यह गलत खबर है. हाल ही में जब पूछा गया कि उन्होंने मेरा नाम क्यों नहीं लिया तो उन्होंने एक ट्वीट में जवाब दिया कि कभी नाम नहीं लिया क्योंकि उन्होंने कुछ नहीं किया था.’’


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उन्होंने कहा, ‘‘अगर मैंने कुछ नहीं किया, तो इसमें खबर कहां है और क्या है. कोई खबर नहीं है, यह तो शुरूआत में कबूल कर लिया गया था. लेकिन किसी ऐसी चीज के इर्दगिर्द अटकलों और आक्षेपों का अंबार लगा दिया गया जो कभी हुई ही नहीं.’’ अकबर ने कहा कि ऐसे ही पॉल ने भी कहा कि ‘उस आदमी ने कभी मुझ पर हाथ नहीं रखा’, वहीं शुमा राहा ने भी साफ कर दिया कि ‘वाकई उन्होंने कुछ नहीं किया.’


उन्होंने कहा कि अंजू भारती का यह दावा पूरी तरह बेतुका है कि वह स्वीमिंग पूल में पार्टी कर रहे थे क्योंकि मुझे तैरना ही नहीं आता. अकबर ने इन सभी आरोपों के जवाब में वहाब के आरोपों का विस्तार से जवाब देते हुए उन्हें झूठा, मनगढ़ंत और बेबुनियाद बताया.


उन्होंने कहा कि बहाव ने उनके साथ केवल ‘द एशियन एज’ अखबार में काम किया था जिसकी संपादकीय टीम उन दिनों एक छोटे से हॉल में काम करती थी और वह खुद बहुत छोटे क्यूबिकल में बैठते थे. दूसरे सहकर्मियों के मेज कुर्सी मेरे क्यूबिकल से महज दो फुट की दूरी पर थे.


अकबर ने कहा, ‘‘इस बात पर भरोसा करना भी अजीब लगता है कि उस छोटी सी जगह में कुछ हो सकता था और तिस पर भी पास में बैठे किसी सहकर्मी को पता नहीं चलेगा. ये आरोप झूठे, मनगढ़ंत और बेबुनियाद हैं.''