केजरीवाल की 'फ्री मेट्रो योजना' को लग सकता है झटका, 'मेट्रोमैन' ने पीएम से इजाजत ना देने को कहा
श्रीधरन का कहना है कि जब मेट्रो की शुरुआत हुई थी तब ही ये तय हुआ था कि किसी के लिए मेट्रो में फ्री यात्रा नहीं होगी.
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की दिल्ली की महिलाओं को मेट्रो में फ्री यात्रा करवाने की योजना पर विराम लग सकता है. मेट्रो मैन के नाम से मशहूर दिल्ली मेट्रो के पूर्व चीफ ई श्रीधरन ने केजरीवाल की इस योजना का विरोध किया है. श्रीधरन ने प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखकर योजना को मंजूरी ना देने की मांग की है.
श्रीधरन का कहना है कि जब मेट्रो की शुरुआत हुई थी तब ही ये तय हुआ था कि किसी के लिए मेट्रो में फ्री यात्रा नहीं होगी. खुद 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने टिकट लेकर यात्रा की थी. श्रीधरन का कहना है कि अगर दिल्ली सरकार रियायत देना ही चाहती है तो सीधे महिला यात्रियों के खाते में पैसे डाल दें. मेट्रोमैन ने फ्री यात्रा को मेट्रो के लिए नुकसानदायक बताया है.
श्रीधरन ने कहा, ''मेट्रो का अपना स्टाफ यहां तक कि मैनेजिंग डायरेक्टर भी जब यात्रा करते हैं तो टिकट खरीदते हैं. इस योजना को लागू करने में 1000 करोड़ रुपये सालाना का खर्चा आएगा और यह बढ़ता ही जाएगा, क्योंकि मेट्रो बढ़ेगी और किराए बढ़ेंगे.''
उन्होंने कहा, ''समाज के एक हिस्से को रियायत दी जाएगी तो बाद में दूसरे इससे भी रियायत देने की मांग करेंगे जैसे कि छात्र, विकलांग, वरिष्ठ नागरिक आदि. जो कि इस रियायत के ज़्यादा हकदार हैं. यह बीमारी देश की दूसरी मेट्रो में भी फैलती जाएगी. इस कदम से दिल्ली मेट्रो अक्षम और कंगाल हो जाएगी.''
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