नई दिल्ली: अनलॉक लॉक 4 में मेट्रो सेवा दोबारा शुरू होने जा रही है. इसके लिए मेट्रो ऑपरेशन के लिए खास गाइडलाइन तैयार की गई है. ये गाइडलाइन केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने सभी मेट्रो कॉर्पोरेशन के साथ चर्चा कर तैयार की है. बुधवार को केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मेट्रो की गाइडलाइंस जारी की. अब 7 सितंबर से मेट्रो सेवाओं को फेजवाइज तरीके से शुरू किया जाएगा.


जिन मेट्रो सिस्टम में एक से अधिक लाइन हैं उसे फेज वाइज तरीके से शुरू करेंगे. 12 सितंबर तक सभी लाइनों पर संचालन शुरू हो जाए. वहीं कंटेनमेंट जोन में पड़ने वाले मेट्रो स्टेशनों को बंद रखने का फैसला लिया गया है, इन स्टेशनों पर मेट्रो नहीं रुकेगी.


मेट्रो को दोबारा शुरू करने के लिए कुछ अहम फैसले लिए गए और इसके आधार पर गाइडलाइन तैयार की गई है.




  • स्टेशनों और ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ से बचने के लिए ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी रेगुलेट की जाएगी ताकि भीड़ ना हो.

  • सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए, स्टेशनों और ट्रेनों के अंदर उपयुक्त मार्किंग की जाएगी.

  • सभी यात्रियों और कर्मचारियों के लिए फेस मास्क पहनना अनिवार्य होगा.

  • मेट्रो रेल में बिना मास्क के आने वाले यात्रियों के लिए मेट्रो मस्क उपलब्ध कराएगी जिसके लिए यात्री को पैसे देने होंगे.

  • वहीं स्टेशनों पर थर्मल स्क्रीनिंग के बाद केवल एसिंप्टोमेटिक व्यक्तियों को यात्रा की अनुमति दी जाएगी. यात्रियों के लिए स्टेशनों में एंट्री गेट पर सैनिटाइज़र की सुविधा उपलब्ध होगी.

  • आरोग्य सेतु ऐप होना चाहिए.

  • हयूमन इंटरफ़ेस वाले सभी जगहों जैसे सिक्योरिटी और टिकट वेंडिंग जैसे उपकरण, ट्रेन, लिफ्ट, एस्केलेटर, रेलिंग, एएफसी गेट, शौचालय आदि नियमित अंतराल पर सैनिटाइज किया जाएगा.

  • इसके अलावा स्मार्ट कार्ड का उपयोग और कैशलेस और ऑनलाइन लेनदेन को प्रोत्साहित किया जाएगा. वहीं मेट्रो में यात्रा के इस्तेमाल किए जानेवाले टोकन और पेपर स्लिप और टिकट को भी सैनिटाइज कर दिया जाएगा.

  • सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए सुचारू बोर्डिंग और डीबोर्डिंग करने के लिए स्टेशनों पर पर्याप्त समय दिया जाएगा.

  • मेट्रो रेल निगम भी उचित सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए स्टेशनों की स्किपिंग का सहारा ले सकते हैं.

  • रोग-संबंधी व्यक्तियों को परीक्षण / चिकित्सकीय ध्यान के लिए नजदीकी COVID केयर सेंटर / अस्पताल जाने की सलाह दी जानी चाहिए.


यात्रियों को न्यूनतम सामान के साथ यात्रा करना होगा. साथ ही आसान और जल्द स्कैनिंग के लिए धातु की वस्तुओं को ले जाने से बचें. स्टेशन के बाहर भीड़ को नियंत्रित करने और आकस्मिकताओं से निपटने के लिए राज्य पुलिस और स्थानीय प्रशासन की मेट्रो कॉर्पोरेशन मदद लेगा.

केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय तैयार किए गए दिशानिर्देशों के आधार पर, दिल्ली, नोएडा, चेन्नई, कोच्चि, बैंगलोर, मुंबई लाइन -1, जयपुर, हैदराबाद, महा मेट्रो (नागपुर), कोलकाता, गुजरात और यूपी मेट्रो (लखनऊ) ने अपने एसओपी तैयार किए हैं.

वहीं महाराष्ट्र सरकार ने सितंबर के दौरान मेट्रो के संचालन को फिर से शुरू नहीं करने का फैसला किया है. इसलिए, मुंबई लाइन -1 और महा मेट्रो संचालन अक्टूबर से शुरू किया जाएगा या राज्य सरकार आगे इस बारे में फैसला करेगी.