Action Against BSF Officers: गृह मंत्रालय ने बीएसएफ के दो अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें उनके पदों से हटा दिया. डीजी बीएसएफ नितिन अग्रवाल को डीजी पद से कार्यमुक्त किया गया. उन्हें मूल कैडर यानी केरल कैडर में वापस भेज दिया गया. वहीं, स्पेशल डीजी वाईबी खुरानिया को भी हटाकर उन्हें भी ओडिशा कैडर में वापस भेज दिया गया.
हालांकि सरकार ने अचानक केरल कैडर में वापसी के बारे में कुछ नहीं कहा है, लेकिन माना जा रहा है कि जम्मू सेक्टर में घुसपैठ बढ़ने के कारण नितिन अग्रवाल को बीएसएफ प्रभार से मुक्त किया गया है. जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी के कुछ हिस्सों की सुरक्षा बीएसएफ करती है.
इन अधिकारियों के खिलाफ क्यों लिया गया एक्शन?
ओडिशा कैडर के 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी खुरानिया, अरुण सारंगी की जगह ओडिशा के नए शीर्ष पुलिस अधिकारी होंगे. उन्हें वापस ओडिशा भेजने का फैसला जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाओं के मद्देनजर बीएसएफ के सामने चुनौतियों के मद्देनजर लिया गया है. अमित मोहन प्रसाद को स्पेशल डीजी सीआरपीएफ नियुक्त किया गया है.
खुरानिया जम्मू सीमांत क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे पर हैं, जहां उन्होंने क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की. यह बैठक जम्मू सीमांत क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर सीमा पार से घुसपैठ के कथित खतरे के मद्देनजर हुई. खुरानिया ने एक सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की जिसमें आईजी बीएसएफ जम्मू, आईजी बीएसएफ कश्मीर और जम्मू फ्रंटियर के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. बैठक में स्थिति की गहन समीक्षा की गई.
कौन हैं नितिन अग्रवाल?
वहीं, 1989 बैच के केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी नितिन अग्रवाल ने पिछले साल जून में सीमा सुरक्षा बल के नए महानिदेशक का पदभार संभाला था. उन्होंने पंकज कुमार सिंह की जगह ली थी, जो 31 दिसंबर, 2022 को रिटायर हो गए थे. सिंह के रिटायरमेंट के बाद से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक सुजॉय लाल थाउसेन अतिरिक्त पद पर बीएसएफ का नेतृत्व कर रहे हैं.
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