नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून के पास होने के बाद से देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हो रहे हैं. उत्तर पूर्व के राज्यों से लेकर पश्चिम बंगाल और दिल्ली में इस कानून के खिलाफ लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. रविवार को दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों के इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया. इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों और छात्रों पर कड़ी कार्रवाई की. पुलिस की कार्रवाई में कई लोग घायल हो गए हैं जिनका इलाज चल रहा है.
इस मामले में अब सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक एडवाइजरी जारी किया है. इसमें कहा गया है कि कुछ जगहों से हिंसा और पब्लिक प्रोपर्टी के क्षतिग्रस्त होने की खबरें सामने आ रही हैं उसे किसी भी तरह से कंट्रोल किया जाए. गृह मंत्रालय ने इस एडवाइजरी में कहा है कि लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखा जाए.
दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्र भी इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. रविवार को इस प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया और कुछ बसों में आग लगा दी गई. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर कड़ी कार्रवाई. दिल्ली पुलिस पर आरोप है उसने जामिया यूनिवर्सिटी के अंदर जाकर छात्रों की पिटाई की और लाइब्रेरी में पढ़ रहे बच्चों को भी वहां से भगा दिया और कुछ के साथ मारपीट की.
गृह मंत्रालय ने राज्यों से कानून व्यवस्था को मैंटेन रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया है. इसके साथ ही राज्यों को फेक न्यूज़ के प्रसार पर रोक लगाने का निर्देश दिया गया है. राज्यों से ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने को कहा गया है जो अफवाह और फेक न्यूज़ सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाते हैं.
बता दें कि नागरिकता कानून पर लोगों के प्रदर्शन ने देशव्यापी रूप ले लिया है. जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों पर दिल्ली पुलिस की कार्रवाई की विपक्षी दलों के साथ-साथ देश के कई विश्वविद्यालयों के छात्रों ने आलोचना की है. पुलिस की छात्रों के ऊपर इस कार्रवाई के विरोध में आज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी दिल्ली के इंडिया गेट पर धरने पर बैठी हुई हैं.
यह भी पढ़ें-
जामिया प्रदर्शन: छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ प्रियंका गांधी इंडिया गेट पर धरने पर बैठीं