नई दिल्ली: एक तरफ जहां देश में कोरोना वायरस के रोकथाम को लेकर सरकार लगातार लोगों को जागरुक कर रही है वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं जो समाज के ठीक नहीं है. गृह मंत्रालय ने कहा कि कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें पूर्वोत्तर के राज्यों के लोगों और यहां तक की खिलाड़ियों को कोरोना से जोड़कर परेशान किया गया है.


केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों से उन लोगों पर कार्रवाई करने को कहा है जो कोरोना वायरस को पूर्वोत्तर के लोगों से जोड़कर उन्हें परेशान कर रहे हैं. सभी राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में मंत्रालय ने कहा कि उसके संज्ञान में आया है कि देश में कोविड-19 महामारी के बाद पूर्वोत्तर के लोगों को प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है.






भारत में कोरोना की वजह से नौ लोगों की मौत


देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 478 हो गई है. अब तक कुल 9 लोगो की मौत हुई है. केरल में 91,महाराष्ट्र में 89, कर्नाटक में 19 और यूपी में 31 मामले सामने आए हैं. सोमवार को पश्चिम बंगाल में कोरोना से पहली मौत का मामला सामने आया है. केन्द्र सरकार ने वायरस पर नियंत्रण के लिये लागू पाबंदियों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है. कोरोना वायरस से दुनियाभर में 14,500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.


लॉकडाउन का सही से पालन हो, ये सुनिश्चित हो- पीएम मोदी


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य सरकारों से यह सुनिश्चित करने के लिये कहा है कि लॉकडाउन के नियमों का सही ढंग से पालन हो रहा है क्योंकि उन्होंने ध्यान दिया है कि कुछ लोग इसका गंभीरता से पालन नहीं कर रहे हैं. दिल्ली,महाराष्ट्र,  झारखंड और नगालैंड ने राज्यव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की है, जबकि बिहार, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में कई जिलों में भी ऐसी ही घोषणा की जा चुकी है.


केरल, राजस्थान और उत्तराखंड सहित कई राज्य पहले ही आंशिक या पूर्ण लॉकडाउन घोषित कर चुके हैं. दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू और चेन्नई समेत देशभर के 80 जिलों में ट्रेन और अंतर-राज्यीय बस सेवाएं 31 मार्च तक निलंबित होने से लोगों की यात्रा और आवाजाही पर पाबंदी लगी है. केंद्र ने राज्य सरकारों को लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए कहा है. पूरे महाराष्ट्र में लॉकडाउन लागू कर दिया गया है.