जम्मू-कश्मीर: आतंकी हमलों में पिछले साल अल्पसंख्यक समुदाय के कितने लोगों ने गंवाई जान? मोदी सरकार ने राज्यसभा में बताया
Jammu-Kashmir News: जम्मू-कश्मीर में पिछले साल अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की हत्याओं में इजाफा हुआ है. मोदी सरकार ने राज्यसभा में बुधवार को बताया कि साल 2021 में अलग-अलग आतंकवादी घटनाओं में 11 लोगों की मौत हो गई.
जम्मू-कश्मीर में पिछले साल अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की हत्याओं में इजाफा हुआ है. मोदी सरकार ने राज्यसभा में बुधवार को बताया कि साल 2021 में अलग-अलग आतंकवादी घटनाओं में 11 लोगों की मौत हो गई.
डेटा के मुताबिक गृह मंत्रालय ने बताया कि अल्पसंख्यक समुदाय के 11 लोगों की हत्या साल 2017 में हुई थी. इसके बाद 3 लोगों की हत्या 2018 में, 6 लोगों की हत्या 2019 में, 3 लोगों की हत्या 2020 में और 11 लोगों की हत्या 2021 में हुई.
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने उच्च सदन में एक सवाल के जवाब में यह आंकड़ा रखा. उन्होंने कहा कि साल 2017-2021 के बीच अल्पसंख्यक समुदाय के 34 लोगों की हत्या हुई है.
घाटी में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए हैं? इस सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा, 'सरकार ने घाटी में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं.'
उन्होंने आगे कहा, "इसमें सिक्योरिटी और इंटेलिजेंस ग्रिड, स्टैटिक गार्ड्स के रूप में ग्रुप सिक्योरिटी, नाके पर हर वक्त चेकिंग और अल्पसंख्यक समुदाय के इलाकों में पेट्रोलिंग शामिल है.''
मंत्री ने यह भी कहा कि पीड़ित नागरिकों, आतंकी हमले और वामपंथी हिंसा से पीड़ित परिवारों, , सीमा पर गोलीबारी, माइन और आईडी ब्लास्ट के पीड़ितों को 5 लाख रुपये मुआवजा केंद्रीय योजना के तहत दिया गया है. राय ने यह भी कहा कि आतंकी हमले में मारे गए नागरिकों के परिवारों को जम्मू-कश्मीर सरकार की मौजूदा योजना के तहत 1 लाख रुपये दिए गए हैं.
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