वाशिंगटनः चाइनीज ऐप TikTok न खरीद पाने के बाद माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि इस सौदे का विपल रहना सबसे अजीब बात है. एक इंटरव्यू के दौरान नडेला ने अपना अनुभव शेयर करते हुए कहा कि मैंने अपनी जिंदगी में बहुत से लोगों के साथ बहुत सारी बाते सीखीं हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारे पास टिकटॉक आया था हम टिकटॉक के पास नहीं गए थे. कैलिफोर्निया के बेवर्ली हिल्स में आयोजित एक सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा कि हमलोग माइक्रोसॉफ्ट की सुरक्षा, बाल सुरक्षा और क्लाउड विशेषज्ञता लाने के प्रयास में जुटे हुए हैं.
ट्रंप चाहते थे टिकटॉक की ओनरशिप बेच दे बाइटडांस
बता दें कि इससे पहले खबर आई थी कि माइक्रोसॉफ्ट टिकटॉक को खरीद रहा है. शुक्रवार को ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट सामने आई थी. इस रिपोर्ट के मुताबिक ब्लूमबर्ग ने बताया था कि ट्रंप का प्लान है कि बाइटडांस जो टिकटॉक की पैरंट कंपनी है वह टिकटॉक की ओनरशिप बेच दे. इस रिपोर्ट के सामने आने के कुछ घंटे बाद मीडिया में एक दूसरी खबर सामने आई जिसके मुताबिक माइक्रोसॉफ्ट टिकटॉक का अमेरिकी ऑपरेशन खरीद सकती है.
डील के दौरान व्हाइट हाउस ले रहा था दिलचस्पी
अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट और बाइटडांस के बीच अडवांस टॉक चल रहा था. ऐसे में संभावना जताई जा रही थी कि सोमवार तक दोनों कंपनियों के बीच यह डील फाइनल हो जाएगा. बता दें कि टिकटॉक, बाइटडांस की सिस्टर कंपनी है. इस डील में व्हाइट हाउस का अहम रोल माना जा रहा है.
भारत में बैन है टिकटॉक
वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट और टिकटॉक डील में माइक्रोसॉफ्ट, बाइटडांस और व्हाइट हाउस के प्रतिनिधि शामिल हो सकते हैं. हालांकि वॉल स्ट्रीट जनर्ल ने पहले ही यह भी आशंका जाहिर की थी कि सौदा नहीं भी हो सकता है. बता दें कि भारत ने टिकटॉक समेत 106 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा चुका है. भारत की ओर से उठाए गए इस कदम पर अमेरिकी प्रशासन और सांसदों इसका स्वागत किया है.