Microsoft server down: शुक्रवार (19 जुलाई, 2024) के दिन माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर डाउन होने से पूरी दुनियाभर में इसका असर देखने को मिला. इसकी सबसे बड़ी वजह एंटीवायरस प्रोग्राम में अपडेट को बताया गया. सर्वर डाउन होने से हवाई सेवा, दूरसंचार सेवा, बैंक और मीडिया संस्थानों पर इसका असर देखने को मिला. ये अब तक का सबसे बड़ा आईटी क्रैश बताया जा रहा है. 


माइक्रोसॉफ्ट सर्वर से जुड़ी 10 बड़ी बातें 


1. सर्वर डाउन होने को लेकर माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि यह समस्या गुरुवार को 1900 GMT पर शुरू हुई, जिससे साइबर सुरक्षा सॉफ्टवेयर क्राउडस्ट्राइक फाल्कन चलाने वाले Azure सर्विस को यूज करने वाले कई सारे कस्टमर्स को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. माइक्रोसॉफ्ट ने आउटेज को लेकर अपनी वेबसाइट पर बताया कि हम उन ग्राहकों को सलाह देते हैं कि इस समय पहले अपने बैकअप को रिस्टोर करें, जो इसमें सक्षम हैं. 


2. क्राउडस्ट्राइक के CEO ने कई सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर इसे लेकर अपडेट जारी किया. उन्होंने एक पोस्ट में कहा कि इस समस्या के लिए एक फिक्स जारी किया गया है. विंडोज होस्ट के लिए सिंगल कंटेंट में डिफेक्ट पाया गया है. 


3. माइक्रोसॉफ्ट की सेवाएं बाधित होने के कारण एम्स्टर्डम, ज्यूरिख, सिंगापुर और हांगकांग समेत कई देशों के एयरपोर्ट संचालकों ने तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ा. कुछ एयरपोर्ट ने विमानों को बताया कि वे उतर नहीं सकते जबकि अन्य दूसरी जगहों पर एयरलाइन कर्मचारियों ने यात्रियों की जांच मैन्युअली शुरू की. 


4. भारत में भी इसका खासा असर देखने को मिला. माइक्रोसॉफ्ट सर्वर डाउन होने की वजह से भारत में कई हवाई अड्डों पर यात्रियों को हाथ से लिखे बोर्डिंग पास जारी किए गए. बेंगलुरु, मुंबई और हैदराबाद हवाई अड्डों पर इंडिगो की कई उड़ानें रद्द कर दी गईं, जबकि कई उड़ानों के समय बदल दिए गए. 


5. नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने कहा कि मंत्रालय और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) कम से कम समस्या आए इसके लिए मैन्युअल तरीकों का उपयोग करके सेवा को जारी करने की कोशिश की जा रही. उन्होंने कहा, "यात्रियों को समस्या के इस समय में हवाई अड्डे के कर्मचारियों के साथ सहयोग करने की सलाह दी जाती है. हमने सभी एयरलाइनों और हवाई अड्डे के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे यात्रियों को उनकी उड़ानों को लेकर सूचित करते रहें और आवश्यक सहायता प्रदान करें." 


6. माइक्रोसॉफ्ट की सेवाओं में आई समस्या के कारण क्राउडस्ट्राइक के शेयरों में प्री-मार्केट ट्रेडिंग में 20 प्रतिशत की गिरावट आई. इसके अलावा कई कंपनियों के बाजार पर भी इसका सीधा असर देखने को मिला. 


7. माइक्रोसॉफ्ट आईटी क्रैश के दौरान कंपनियां अपने सिस्टम को दुरुस्त करने और आउटेज से हुए नुकसान का आकलन करने में जुटी रहीं, जबकि अधिकारी किसी भी तरह की घबराहट को कम करने की कोशिश कर रहे थे. फ्रांस की साइबर सुरक्षा एजेंसी ANSSI ने कहा, "इस बात का कोई सबूत नहीं है कि यह आउटेज किसी साइबर हमले का नतीजा है."


8. माइक्रोसॉफ्ट आउटेज को लेकर नीदरलैंड और ब्रिटेन की रिपोर्ट भी सामने आई है. इसमें कहा गया कि इससे स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित हो सकती हैं. इसका प्रभाव और भी व्यापक होने की संभावना जताई गई. इसे लेकर तमाम मीडिया कंपनियां प्रभावित हो रही थीं. ब्रिटेन के स्काई न्यूज चैनल ने कहा कि इस गड़बड़ी की वजह से सुबह का लाइव न्यूज ऑन नहीं हो पाया. 


9. माइक्रोसॉफ्ट आउटेज की वजह से केन्या और यूक्रेन में बैंकों की कुछ डिजिटल सेवाओं में भी प्रभावित हुईं. ऑस्ट्रेलिया में सुपरमार्केट में भी पेमेंट संबंधी समस्याएं आईं. कई देशों में मोबाइल फोन सेवा बाधित होने की खबर भी सामने आई. 


10. कंप्यूटर सिस्टम में आई गड़बड़ी के बाद एशियाई और यूरोपीय शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखी गई. लंदन स्टॉक एक्सचेंज में गड़बड़ी के कारण कारोबार की शुरुआत में देरी की खबर आई, जिसका असर हवाई अड्डों, एयरलाइनों, ट्रेनों, बैंकों, दुकानों और यहां तक ​​कि डॉक्टरों की सर्जरी पर भी पड़ा.


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