भारतीय वायुसेना के प्रवक्ता के मुताबिक, आज दोपहर करीब डेढ़ बजे मिग 21 लड़ाकू विमान हिमाचल प्रदेश के कांगडा में क्रैश हो गया. इस विमान ने पठानकोट एयरबेस से उड़ान भरी थी. दुर्घटना के वक्त ये लड़ाकू विमान एक 'रूटीन सोर्टी' पर थी. दुर्घटना में पायलट को ऐसी चोटें आईं जिनसे उनकी मौत हो गई. इस मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
स्कॉवड्रन लीडर मीत कुमार पठानकोट स्थित 26 स्कॉवड्रन का हिस्सा थे और मिग21 लड़ाकू विमान उड़ाते थे. रशिया के इस विमान से उनकी बड़ी 'बॉन्डिंग' थी. ऐसी बांडिंग जो उनकी पत्नी से ज्यादा थी. 'ए डेट विद एयर वॉरियर' नाम के एक छोटी डॉक्यूमेन्टरी में वो दिखाई पड़ते हैं. इसमें वो बता रहे हैं कि कैसे ये मल्टीरोल एयरक्राफ्ट रॉकेट और भारी बमबारी कर सकता है. ये डॉक्यूमेन्टरी भारतीय वायुसेना ने तैयार कराई थी. वो बता रहे हैं कि कैसे इस विमान को उड़ाने पर उन्हें 'ईश्वर की अनुभूति' होती है.
भारतीय वायुसेना में मिग21 विमान 60 के दशक से शामिल हुए थे. लेकिन पिछले कुछ सालों में मिग विमानों के लगातार दुर्घटना के चलते इन्हें फेस-आऊट किया जा रहा है. इन मिग21 विमानों का अपग्रडेशन भी किया गया है. जिन्हें अब बाइसन के नाम से वायुसेना में जाना जाता है. मिग21 और बाइसन की भारतीय वायुसेना में करीब 12 स्कावड्रन हैं.
आज ही लोकसभा में दिए गए बयान में रक्षाराज्य मंत्री सुभाष भामरे ने बताया कि पिछले तीन सालों में (2015-जुलाई 2018) तक वायुसेना के कुल 26 लड़ाकू विमान क्रैश हुए जिनमें 40 एयर-वॉरियर्स की मौत हुई है.