नई दिल्ली: साबरकांठा जिले में 14 महीने की एक बच्ची के साथ कथित बलात्कार को लेकर उत्तर भारतीयों पर हमलों के बाद लोगों का पलायन जारी है. पलायन कर रहे लोगों से राज्य सरकार ने लौटने की अपील की है. मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने लोगों से हिंसा में शामिल नहीं होने की अपील की. उत्तर भारतीयों पर हमले और डराने के मामले में अब तक 431 को लोग गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही कुल 57 मामले दर्ज किए गए हैं.


जिन जिलों में सबसे ज्यादा केस दर्ज हुए उनमें महेसाणा में 17, साबरकांठा जिले में 11 और अहमदाबाद में 12 केस दर्ज हुए हैं. मुख्यमंत्री रूपाणी ने दावा किया कि पिछले 48 घंटों में कोई अप्रिय घटना नहीं हुयी है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने स्थिति पर काबू पा लिया है. इस बीच यूपी और बिहार के मुख्यमंत्रियों योगी आदित्यनाथ और नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने रूपाणी से बात की और हमलों को लेकर चिंता जतायी.


अल्पेश की ठाकोर सेना पर आरोप
उत्तर भारतीयों पर हमले को लेकर कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर की ठाकोर सेना पर हिंसा भड़काने और धमकी देने के आरोप लग रहे हैं. सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें अल्पेश ठाकोर उत्तर भारतीयों को धमकी देते नजर आ रहे हैं. वहीं इन आरोपों को अल्पेश ठाकोर ने नकार दिया है. अल्पेश ठाकोर गुरुवार को एक सद्भावना अनशन भी करने वाले हैं.


उत्तर भारतीयों पर हमले के बाद राजनीति भी गर्म है. यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने एलान किया है कि आज सभी जिलों में धरना प्रदर्शन किया जाएगा. वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुजरात में हुई हिंसा के लिए केन्द्र और राज्य की बीजेपी सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया, अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, ''कुछ लोगों के इशारे पर हिंदी भाषी लोगों के ख़िलाफ़ नफ़रत फैलाई जा रही है.''


बिहार एडीजी के बयान से नया मोड़
गुजरात में बिहार के लोगों के साथ हो रही हिंसा और पलायन पर बिहार के एडीजी के बयान से नया मोड़ आ गया है. उनका कहना है की गुजरात से जो फीड बैक मिला है उसके मुताबिक ज़्यादातर लोग दीवाली और छठ का पर्व मनाने के लिए लौट रहे हैं. बिहार एडीजी एस के सिंघल ने कहा, ''पर्व का समय आ रहा है और पर्व की वजह से भी लोग लौट रहे हैं. जैसा हमें फीड बैक दिया गया गुजरात प्रशासन की तरफ से उसी के आधार पर ये बात कह रहा हूं. ये जो लोग आते नज़र आ रहे हैं उसमें अधिकांश लोग हर साल की तरह पर्व मनाने आ रहे हैं.''


क्यों हो रहे हैं परप्रांतियों पर हमले?
गुजरात में रह रहे उत्तर भारतीयों और वहां के स्थानीय लोगों के बीच 28 सितंबर की एक घटना तनाव की वजह बनी. साबरकांठा में 28 सितंबर को 14 महीने बच्ची के बलात्कार का मामला सामने आया. इस मामले में बिहार के एक मजदूर को गिरफ्तार किया गया. घटना के बाद से उत्तर भारतीयों के खिलाफ नफरत वाले मैसेज वायरल होने लगे. इसके बाद उत्तर भारतीयों पर हमले शुरू हो गए. गांधीनगर, मेहसाणा, साबरकांठा, पाटन और अहमदाबाद में हमले हुए. इसके बाद कई उत्तर भारतीय मजदूरों ने गुजरात से पलायन करना शुरु कर दिया.


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