विधायक एजाज अहमद ने कहा है, ‘’कश्मीर में जो मिलिटेंट मरते हैं, वे शहीद हैं. वे हमारे भाई हैं और कुछ तो नाबालिग हैं जिन्हें यह भी नहीं पता के क्या कर रहे हैं. आतंकी कश्मीरी ही हैं ऐसे में हमें उनके मारे जाने का जश्न नहीं मनाना चाहिए.’’
एजाज अहमद ने आगे कहा, ‘’यह हमारी सामूहिक विफलता का प्रमाण है. जब हमारे सुरक्षा बल भी शहीद हो, हम दुखी महसूस करते हैं. हमें सुरक्षा जवानों के माता-पिता और आतंकियों के माता-पिता दोनों के साथ सहानुभूति रखनी चाहिए. क्योंकि कोई भी मां-बाप नहीं चाहेगा कि उसका बेटा मरे.’’
बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में एजाज अहमद के घर पर आतंकियों ने ग्रिनेड से हमला किया था. उस वक्त एजाज का परिवार घर में मौजूद नहीं था.
पीडीपी विधायक के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि आतंकी और अलगाववादी कश्मीर, कश्मीरियत,विकास और शांति के दुश्मन हैं. वे किसी के भाई कैसे हो सकते हैं. खुद सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि हमें अमन, चैन के रास्ते पर चलना चाहिए और ये रास्ता दिल्ली से होकर जाता है.’’
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में पिछले एक साल से अबतक करीब 200 आतंकी मारे गए हैं. घाटी में इस समय बीजेपी और पीडीपी की सरकार है.